महाराष्ट्र की सियासत में डिप्टी सीएम अजित पवार इस समय दो प्रमुख वजहों से चर्चा में हैं. पहला, बारामती से चुनाव लड़ने को लेकर उनकी स्थिति है, और दूसरा, एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग पर उनका बयान.
अजित पवार ने हाल ही में बारामती के एक मंच से कहा कि वे कई चुनाव लड़ चुके हैं और अब चुनाव लड़ने में उनकी कोई रुचि नहीं है. दूसरी ओर, उन्होंने एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग पर विवाद के बावजूद कुछ उम्मीदवारों के नाम भी घोषित किए हैं.
1. डिंडौरी सीट: अजित पवार ने दो महीने पहले नरहरि जिरवाल को डिंडौरी सीट पर एनसीपी का उम्मीदवार घोषित किया. जिरवाल वर्तमान में विधानसभा के डिप्टी स्पीकर हैं. इस घोषणा से एकनाथ शिंदे की शिवसेना नाराज है क्योंकि वे भी इस सीट पर दावा कर रही थी.
2. खेड़-आलिंदी सीट: हाल ही में अजित ने दिलीप मोहित पाटिल को इस सीट पर एनसीपी का उम्मीदवार घोषित किया. इस सीट पर भी शिवसेना (शिंदे) का दावा है.
महाराष्ट्र में चुनाव से पहले एनडीए में सीट बंटवारे पर पेच फंसा हुआ है. एनडीए में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित) समेत 6 दल शामिल हैं. इन दलों के बीच सीटों का बंटवारा होना है. कहा जा रहा है कि मुख्य रूप से 3 दलों के बीच ही सीट शेयरिंग का पेच नहीं सुलझ रहा है.
अजित पवार की एनसीपी महाराष्ट्र की करीब 90 सीटों पर दावेदारी कर रही है. इसी तरह शिवसेना (शिंदे) की दावेदारी 100-110 सीटों पर है. 3 छोटी पार्टियां भी 40 सीट पर ताल ठोक रही है.
एनडीए में सीट शेयरिंग के विवाद को लेकर 2 चर्चा है. पहली चर्चा के मुताबिक अजित पवार की पार्टी को 50-55, एकनाथ शिंदे की पार्ट को 70-80 सीटें मिल सकती है. वहीं 140 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ सकती है.
दूसरी चर्चा के मुताबिक 20-25 सीटों पर तीनों ही दल फ्रेंटली फाइट के तहत चुनाव लड़ सकती है और बाकी के सीटों को मेरिट के हिसाब से बांट सकती है. महाराष्ट्र में करीब 55 ऐसी सीटें हैं, जहां पर तीनों ही दलों की दावेदारी है. First Updated : Friday, 13 September 2024