CBI Raid: प्राइवेट कंपनी के मालिक समेत सात गिरफ्तार, टेंडर के लिए रिश्वत देने की रची थी साजिश
सीबीआई की जांच के बाद बताया जा रहा है कि कोलकाता निवासी शशांक कुमार जैन ब्रिज एंड रूफ कंपनी लिमिटेड से टेंडर के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी.
CBI Raid: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (CBI) ने प्राइवेट कंपनी के मालिक समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है, इन लोगों पर एक टेंडर लेने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि यह टेंडर स्कूल को लेकर था, जिसके लिए करीब 19.96 लाख रूपये रिश्वत देने का आरोप है.
सीबीआई की जांच में पकड़े गए रिश्वतखोर
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 19.96 लाख रुपये की कथित रिश्वतखोरी में एक निजी कंपनी के मालिक, निजी व्यक्तियों, ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी के कार्यकारी सचिव (एक लोक सेवक) सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कोलकाता, दिल्ली, नोएडा, मुंबई, नागपुर, राजकोट और अन्य स्थानों सहित विभिन्न स्थानों पर आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें कई डिजिटल साक्ष्य, आपत्तिजनक दस्तावेज और 26.60 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई.
इन लोगों को किया गया गिरफ्तार
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोएडा के सोमेश चंद्र, मुंबई के वीर ठक्कर, तरंग अग्रवाल, राजीव रंजन, और ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी के कार्यकारी सचिव आशीष राजदान, ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड के लोक सेवकों व अन्य निजी व्यक्तियों के साथ गुजरात स्थित एक कंपनी के मालिक हेतल कुमार प्रवीणचंद्र राज्यगुरु और कोलकाता निवासी शशांक कुमार जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
CBI ने बिछाया जाल
सीबीआई की जांच के बाद बताया जा रहा है कि कोलकाता निवासी शशांक कुमार जैन ब्रिज एंड रूफ कंपनी लिमिटेड से टेंडर के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी. राजगुरु ने ब्रिज एंड रूफ कंपनी के लोक सेवक को 20 लाख रूपये ट्रांसफर करने के लिए बोला गया. इसके बाद सीबीआई ने एक जाल बिछाया जिसमें एक कथित हवाला चैनल के माध्यम से कोलकाता में उक्त निजी व्यक्ति को रिश्वत की रकम पहुंचाने के बाद दोनों निजी शख्स को पकड़ लिया और उनके पास से करीब 19.96 लाख रुपये जब्त किए गए.