23 मार्च को शहीदी दिवस पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को याद किया। सीएम मान वीर भगत सिंह के पुश्तैनी गांव खटकड़ कलां में श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लाहौर षड्यंत्र मामले में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद आज ही के दिन अंग्रेजी हुकूमत द्वारा फांसी दी गई थी। उनकी शहादत को नमन करने लिए हर 23 मार्च को शहीदी दिवस मनाया जाता है।
सीएम मान के पहुंचने से पहले खटकड़ कलां गांव में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। इससे पहले सीएम मान बीते 22 मार्च को अजायब घर से शहीद भगत सिंह के घर तक 850 मीटर लंबी विरासती गली बनाने की घोषणा भी कर चुके हैं। सीएम मान ने कहा था कि यह गली पंजाब के राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के गौरवशाली योगदान को प्रदर्शित करेगी जिससे राज्य के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा था कि 23 मार्च ही नहीं बल्कि हर एक दिन अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक है। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के सपनों का साकार करना उनकी सरकार का कर्तव्य है। सीएम मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजों के चंगुल से देश को आजाद कराने के साथ-साथ गरीबी और भ्रष्टाचार से देश को मुक्त कराने की कल्पना भी की थी, लेकिन देश अभी भी इन समस्याओं का सामना कर रहा है।
बता दें कि करीब एक साल पहले जब पंजाब में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तब भगवंत मान ने बतौर पंजाब सीएम पद की शपथ शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां में ही ली थी। मान युवाओं से शहीद भगत सिंह के आदर्शों और उनके पद चिन्ह पर चलते हुए देश हित की भावना से काम करने की अपील करते रहे हैं। First Updated : Thursday, 23 March 2023