शामली: श्रीरामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की उठी मांग राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
नरेन्द्र मोदी सेना के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट शामली में पहुंचकर श्री रामचरित्र मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की, मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा जय श्री राम के लगाए नारे और उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस ग्रंथ है
शामली। नरेन्द्र मोदी सेना के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट शामली में पहुंचकर श्री रामचरित्र मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की, मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा जय श्री राम के लगाए नारे और उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस ग्रंथ है इसके बारे में गलत टिप्पणी करना बहुत ही निंदनीय है हिंदू की भावनाओं को ठेस पहुंच आएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल आपको बता दें कलेक्ट्रेट में नरेंद्र मोदी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल बंसल दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे जहां पर उन्होंने एसडीएम वीसी राजा को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा जिसमें रामचरितमानस पर की गई अभद्र टिप्पणी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए और रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग भी की गई नरेंद्र मोदी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल बंसल ने कहा कि श्री रामचरितमानस के संदर्भ में कुछ दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के लिए अपमान जनक शब्दो का प्रयोग किया जिससे श्री रामचरितमानस को मानने वाले करोड़ों लोगो की आस्था को ठेस पहुंची है।
गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरित्र मानस करोड़ों लोगों की आस्था का धार्मिक ग्रंथ है। श्रीरामचरितमानस सामाजिक समरसता का संदेश देती है। भारत का राष्ट्र जीवन अखंड रामायण हैं। राम भारतीय संस्कृति का जीवमान आदर्श है। रामकथा दुनिया की श्रेष्ठतम काव्य रचना है। उन्होने श्री रामचरित्र मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की। राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल बंसल के साथ दर्जनों महिलाओं में कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।