शरद पवार के बयान ने बढ़ाई उद्धव ठाकरे की टेंशन! बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी MVA
Sharad Pawar: शरद पवार ने आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र में विपक्ष दलों के गठबंधन महा विकास आघाडी का फार्मूला ही सामूहिक नेतृत्व है. शरद पवार ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आपातकाल के संदर्भ की भी आलोचना की और कहा कि यह उचित नहीं था और अध्यक्ष की स्थिति के अनुरूप नहीं था.
![शरद पवार](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_0/------------------------1267851997.webp)
Sharad Pawar: एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को किसी एक नेता को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने को खारिज कर दिया है. जबकि शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने विपक्षी गठबंधन एमवीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उद्धव ठाकरे को पेश करने की मांग की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पवार ने कोल्हापुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से कहा, "हमारा गठबंधन हमारा सामूहिक चेहरा है. एक व्यक्ति हमारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बन सकता. सामूहिक नेतृत्व हमारा फॉर्मूला है.
उन्होंने कहा, "हमारे तीनों गठबंधन सहयोगी इस संबंध में निर्णय लेंगे. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एमवीए की संभावनाओं पर विश्वास जताया और पुष्टि की कि पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (पीडब्ल्यूपी) और आम आदमी पार्टी (एएपी) जैसे सहयोगियों को एमवीए में शामिल किया जाएगा. वरिष्ठ पवार ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के भाषण पर आपत्ति जताई क्योंकि, उन्होंने अपने भाषण में आपातकाल का जिक्र किया था.
पवार ने कहा कि, आपातकाल के 50 साल बीत चुके हैं और इंदिरा गांधी अब जीवित नहीं हैं. ऐसे में लोकसभा अध्यक्ष इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "क्या राजनीतिक बयान देना स्पीकर की भूमिका है? हमें लगता है कि उनका बयान उचित नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि, राष्ट्रपति के भाषण में भी इस मुद्दे का जिक्र था जो जरूरी नहीं था.
राहुल गांधी को लेकर पवार ने कही ये बात
राहुल गांधी के लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने पर पवार ने कहा कि सबसे ज्यादा विपक्षी सांसदों वाली पार्टी नेता चुनती है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस सांसदों ने राहुल गांधी को अपना नेता चुना है. यह राजनीतिक पृष्ठभूमि और समर्पण वाली नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं. मुझे यकीन है कि वह चमकेंगे. पवार ने अपने भतीजे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा हाल ही में पेश किए गए बजट पर भी टिप्पणी की, इसे राज्य विधानसभा चुनावों से पहले उनके द्वारा बड़े पैमाने पर प्रयासों को पेश करने का प्रयास बताया.
उन्होंने राज्य के बजट के वादों की व्यवहार्यता पर संदेह व्यक्त किया और कहा कि, "जब मेरी जेब में ₹70 हैं तो मैं ₹100 कैसे खर्च कर सकता हूं?अजित पवार गुट के विधायकों के अपनी पार्टी में लौटने की अटकलों पर, पवार ने कहा, "जयंत पाटिल और अन्य को इसकी जानकारी है. मैं व्यक्तिगत रूप से किसी से नहीं मिला हूं. देखते हैं कौन आता है."