जेंडर चेंज करवाकर सरिता बनी शरद सिंह, फिर सविता से रचाई शादी... अब बेटे के जन्म के बाद बन गई पिता

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शरद सिंह (पूर्व में सरिता) ने लिंग परिवर्तन के बाद अपनी गर्लफ्रेंड सविता से शादी की और अब वे पिता बन गए हैं. सविता ने हाल ही में बेटे को जन्म दिया, जिससे ये घटना विज्ञान के सहारे संतानोत्पत्ति का एक अद्भुत उदाहरण बन गई है.

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक दिलचस्प घटना सामने आई है, जिसमें लिंग परिवर्तन के बाद एक महिला को पिता बनने का सुख प्राप्त हुआ. ये मामला किसी चमत्कार से कम नहीं है, क्योंकि विज्ञान के सहारे एक लड़की ने अपना लिंग परिवर्तन करवाकर एक पुरुष की तरह जिंदगी जीना शुरू किया और वो अब पापा बन गए हैं. ये घटना विज्ञान और चिकित्सा के लिए एक नई दिशा को प्रदर्शित करती है. 

इस अद्भुत घटना के मुख्य पात्र शरद सिंह (पूर्व में सरिता) हैं, जिन्होंने लिंग परिवर्तन के बाद अपनी गर्लफ्रेंड सविता से शादी की. अब शरद सिंह और सविता के घर एक बेटे की किलकारी गूंज रही है. ये घटना समाज में लिंग परिवर्तन के बाद के जीवन को लेकर कई सवाल उठाती है और विज्ञान की ताकत को भी उजागर करती है.

जीवन की एक नई शुरुआत

शरद सिंह, जिनका जन्म शाहजहांपुर में सरिता के रूप में हुआ था, एक समय लड़कियों जैसा व्यवहार करती थी. वे लड़कों जैसी ड्रेस पहनती और उसी तरह की आदतें अपनाती थी. शरद का परिवार ठाकुर रोशन सिंह का है, जो काकोरी एक्शन के बलिदानी थे. जब शरद ने अपना लिंग परिवर्तन करने का फैसला लिया, तो उन्होंने लखनऊ में हार्मोन थेरेपी की शुरुआत की और धीरे-धीरे उनके चेहरे पर दाढ़ी आ गई. इसके साथ ही उनकी आवाज भी पुरुषों जैसी हो गई.

लिंग परिवर्तन की सर्जरी और नई पहचान

शरद ने 2023 में मध्यप्रदेश के इंदौर में लिंग परिवर्तन सर्जरी करवाई और उन्हें 27 जून 2023 को लिंग परिवर्तन का प्रमाणपत्र मिला. इसके बाद उन्होंने शरद रोशन सिंह के नाम से अपनी नई पहचान बनाई. फिर, नवंबर 2023 में उन्होंने पीलीभीत की रहने वाली सविता से शादी की.

सविता के प्रेग्नेंट होने के बाद पैदा हुआ बेटा

शरद और सविता की शादी के बाद सविता गर्भवती हो गई और हाल ही में 1 मार्च 2025 को उनके घर एक बेटे ने जन्म लिया. सविता को प्रसव पीड़ा होने पर उन्हें जैन अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां शाम 5 बजे उन्होंने बेटे को जन्म दिया. शरद ने कहा कि जिन परिस्थितियों से निकलकर पिता बनने का सुख मिला है, वो जीवन की सबसे बड़ी खुशी है.

विज्ञान के सहारे संभव हुआ संतान

बरेली के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. सुदीप सरन के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति में महिला और पुरुष दोनों के लक्षण हो तो ऐसी सर्जरी की जा सकती है. इसमें महिला संबंधी अंगों को हटाकर हार्मोनल थेरेपी द्वारा पुरुष के लक्षण बढ़ाए जाते हैं, जिससे संतान उत्पत्ति भी संभव हो सकती है. यहीं वजह है कि शरद अब पिता बने हैं, जबकि उनका जन्म पहले एक लड़की के रूप में हुआ था.

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03 April 2025, 12:40 PM IST

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