चौंकाने वाली हकीकत, इस पहाड़ी राज्य में 65 लाख लोगों ने बूस्टर डोज को नज़रअंदाज किया
देश में कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट हो गई है। बता दें कि उत्तराखंड में 65 लाख से अधिक लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है।
देश में कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट हो गई है। बता दें कि उत्तराखंड में 65 लाख से अधिक लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है। दरअसल, कोरोना की तीसरी लहर सामान्य होने के बाद कोविड की दोनों डोज लगवाने वाले लोगों ने बूस्टर डोज को नजरअंदाज किया। लेकिन अब जब कोरोना ने देश में दस्तक दे दी हैं, इसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार सतर्कता बरत रहीं है। राज्य में अब बूस्टर डोज लगाने पर जोर दिया जा रहा है।
23 दिसंबर से बूस्टर डोज अभियान शुरू
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में अब तक 12 वर्ष से ऊपर सभी आयु वर्ग में 25 प्रतिशत लोगों ने ही कोविड की तीसरी वैक्सीन लगाई है। वहीं, 60 वर्ष से अधिक आयु के 60 प्रतिशत बुजुर्गों को तीसरी डोज लग चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश की अनुमानित आबादी 1.21 करोड़ आंकी गई है। इसमें 12 वर्ष से अधिक आयु वालों की आबादी 89.35 से अधिक है। इन्हें कोविड वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया। बता दें कि 23 दिसंबर से प्रदेश में एक बार फिर बूस्टर डोज के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान की शुरुआत की जाएगी।
खबर है कि बूस्टर डोज लगवाने में ऊधमसिंह नगर सबसे पीछे है। इस जिले में सिर्फ 18 प्रतिशत लोगों को ही बूस्टर डोज लगाई गई है। वहीं अब कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार प्रदेश भर में दोबारा से बूस्टर डोज अभियान चलाएगी।