बाबा बेगुनाह है! SIT ने दी क्लीन चिट, अफसरों और आयोजकों पर तलवार
SIT Report On Hathras Stampede: हाथरस हादसे में 123 लोगों के बाद मामले की जांच SIT को सौंपी गई थी. टीम ने भगदड़ की जांच करने के बाद करीब 300 पेज की रिपोर्ट सौंपी है. इसमें सूरजपाल उर्फ बाबा भोले का कही भी नाम नहीं है. हालांकि, इसमें अफसरों की लापरवाही और सेवादारों के बारे में बात की गई है.
SIT Report On Hathras Stampede: 2 जुलाई, दिन मंगलवार को हाथरस में भगदड़ हुई भगदड़ और उसमें हुई मौतों के बाद अभी तक सूरजपाल उर्फ बाबा भोले का कोई पता नहीं है. इस बीच मामले की जांच कर रही SIT ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. 300 पन्नों की रिपोर्ट में कहीं भी बाबा का नाम नहीं है. हालांकि, इसमें 128 लोगों से बातचीत के आधार पर सत्संग के लिए अधिकारियों और सेवादारों को जिम्मेदार बताया गया है. फिलहाल रिपोर्ट की काफी बातें सामने नहीं आई हैं. माना जा रहा है इसे देखने के बाद CM योगी आदित्यनाथ आगे की कार्रवाई के लिए आदेश देंगे.
बता दें 2 जुलाई, मंगलवार को ही हाथरस में अमंगल घटना हुई थी. बाबा के सत्संग में आए करीब 2.50 लोगों के बीच भगदड़ मची थी. जिसमें 123 लोगों की जान चली गई. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सेवादार को बनाया था. योगी सरकार ने इसके न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
300 पेज की रिपोर्ट
SIT ने 300 पेज की रिपोर्ट तैयार की है. इसके लिए 119 लोगों से बात की गई है. बयान दर्ज करने में UP पुलिस के आला अधिकारी भी शामिल थे. इसमें बताया गया है कि आयोजन में केवल 80 हजार लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी लेकिन इसमें करीब 2.50 लाख लोग शामिल हुए थे. रिपोर्ट में प्रशासन और आयोजन कमेटी के ऊपर सवाल खड़े किए गए हैं. इसमें घटना वाले रोज ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों के भी बयान दर्ज किए गए हैं.
अब तक की गिरफ्तारियां
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक मामले में आयोजन समिति से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, FIR में बाबा का नाम ना होने के कारण उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. उसका अभी तक कोई पता भी नहीं है. मामले में सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता देने का ऐलान किया है. वहीं CM योगी ने पीड़ित के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया था.