सीतापुर: 33 करोड़ गोबर के दीयों से मनाई जाएगी राष्ट्रीय कामधेनु दीवाली
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने इस साल पूरे देश की दीवाली को गौ-माता के रंग में रंगने का निर्णय किया है। इसके तहत इस साल दीपावली पर गाय के गोबर से निर्मित दीयों को जलाने के लिए लोगों को प्रेरित किया
संवाददाता- सतीश जायसवाल
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने इस साल पूरे देश की दीवाली को गौ-माता के रंग में रंगने का निर्णय किया है। इसके तहत इस साल दीपावली पर गाय के गोबर से निर्मित दीयों को जलाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। गाय के गोबर से निर्मित दीपों से सैनिकों के बॉर्डर व कई राज्य को सजा कर दीवाली राष्ट्रीय कामधेनु के नाम मनाई जाएगी अंकित शुक्ला का सपना हैं कि दीवाली पर दीपों का अभियान चलाकर निशुल्क बाटें जाए दीप अंकित शुक्ला ने बताया दीवाली पर दीपों पर अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि गायों से जुड़े उत्पादों को संवर्धित कर उन्हें उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में निशुल्क दीपों को बांटने के लिए प्रोत्साहन देने का कार्य किया जाए लगातार जनपदों में जाकर गाय के गोबर से निर्मित दीपों की जानकारी देंगे और लोगों से अपील करेंगे कि हर घर गोबर से निर्मित दीप जलाए जाएं।
इससे देश के गौपालकों के जीवन में भारी परिवर्तन लाया जा सकता है अंकित शुक्ला ने कहा कि गाय हमारे किसानों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहा है बदले समय में बैलों की उपयोगिता कम हो जाने के कारण किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन अगर गौ-उत्पादों को संवर्धित कर उन्हें उपयोग में लाया जाए तो इससे न सिर्फ वातावरण शुद्ध होगा, बल्कि किसानों की आय में भी बढ़ोतरी की जा सकेगी। वर्तमान दीवाली का प्रस्ताव इसी योजना को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
दीवाली के लिए गोबर आधारित दीये, मोमबत्तियां, धूप, अगरबत्तियां, शुभ-लाभ, स्वास्तिक, समरानी, हार्ड बॉर्ड, वाल पीस, पेपर वेट, हवन सामग्री, भगवान गणेश एवं लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है। भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में तीन लाख दीये प्रज्वलित किए जाएंगे। इसी प्रकार काशी में भी एक लाख दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा अंकित शुक्ला कि अध्यक्षता में इस पहल का शुभारंभ किया गया इस मौके पर मनोज शुक्ला देवेंद्र तिवारी पप्पू अजय अशवनी कुंवर राज सिंह अभिषेक शुक्ला पंकज रितेश मोहित आरती अलका बेबी गुड्डी रेखा मौजूद।
और पढ़े...