स्कूल में हुई चप्पल बाजी, शिक्षकों के बीच का विवाद बच्चों के लिए बना तमाशा
Madhyapradesh: ग्वालियर के शासकीय मिडिल स्कूल अडूपुरा में 23 सितंबर को शिक्षक और शिक्षिका के बीच चप्पल चल गई, जिससे स्कूल का माहौल बिगड़ गया. शिक्षिका विद्या ने शिक्षक शिशुपाल जादौन पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है. बच्चों ने इस तमाशे को देखा, जो शिक्षा के लिए चिंता का विषय है. क्या ये शिक्षा का मंदिर अब विवादों का अखाड़ा बन गया है?
Madhyapradesh: मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित शासकीय मिडिल स्कूल अडूपुरा में 23 सितंबर को एक अजीबोगरीब घटना घटित हुई. इस स्कूल के शिक्षक और शिक्षिका के बीच जमकर गाली-गलौज और चप्पलें चलने लगीं. यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई और इसे स्कूल के बच्चों ने भी देखा. बच्चे इस तमाशे को देखकर दंग रह गए और घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
शिक्षिका का आरोप
इस मामले में शिक्षिका विद्या ने सिरोल पुलिस थाने और एडिशनल एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने अपने सहयोगी शिक्षक शिशुपाल जादौन पर मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है. विद्या ने बताया कि स्कूल प्रभारी ने उन्हें उकसाने का भी आरोप लगाया है जिससे स्थिति और बिगड़ गई. शिक्षिका के अनुसार, यह घटना न केवल उनके लिए बल्कि सभी छात्रों के लिए अपमानजनक थी.
ग्वालियर के अडृपुरा स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। सर और मैडम स्कूल में सरेआम झगड़ रहे थे। @NavbharatTimes #NBTMP #GwaliorVideo pic.twitter.com/FxJTa363Ei
— NBTMadhyapradesh (@NBTMP) September 25, 2024
पुलिस का बयान
सिरोल पुलिस थाना प्रभारी आलोक भदौरिया ने बताया कि उन्हें इस घटना की शिकायत मिली है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. इस बवाल से शिक्षा के वातावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है जो चिंता का विषय है. बच्चों को इस तरह की घटनाओं से दूर रखना बेहद जरूरी है.
शिक्षकों के बीच विवाद का कारण
इस घटना के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है लेकिन स्कूल में लंबे समय से चल रही कुछ अनबन और असहमति को इस विवाद का कारण माना जा रहा है. कुछ सूत्रों के अनुसार, दोनों शिक्षकों के बीच कार्यशैली और अनुशासन को लेकर मतभेद हो सकते हैं, जो इस विवाद का मूल कारण बन गए.
छात्रों पर प्रभाव
इस घटना का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ा है. स्कूल में शिक्षा का उद्देश्य केवल पाठ पढ़ाना नहीं, बल्कि बच्चों को अच्छे संस्कार और व्यवहार सिखाना भी है. लेकिन जब शिक्षकों के बीच ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो यह बच्चों के लिए एक गलत संदेश देती है. उन्हें यह सीखने का मौका नहीं मिल पाता कि कैसे विवादों का समाधान शांति से किया जाता है.
अडूपुरा स्कूल में हुई इस घटना ने सभी को हताश कर दिया है. शिक्षा का स्थान, जो बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रेरणादायक होना चाहिए वो अब सवालों के घेरे में है. सभी को उम्मीद है कि स्कूल प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और ऐसे विवादों को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाएगा ताकि शिक्षा का माहौल सही तरीके से बना रहे.