Bihar elections: बिहार की राजनीति में बुधवार को एक नया मोड़ आया जब राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के एक बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी. तेजस्वी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ बनाया गया इंडिया ब्लॉक का गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक सीमित है. उनके इस बयान ने कांग्रेस और आरजेडी के बीच रिश्तों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
तेजस्वी ने यह बयान दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच चल रहे विवाद पर टिप्पणी करते हुए दिया. हालांकि, इसने बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के रिश्तों में खटास के संकेत दे दिए हैं, जिससे राज्य की राजनीति गरमा गई है.
तेजस्वी यादव ने कहा, "लोकसभा चुनाव में मुख्य उद्देश्य भाजपा को हराना था और इंडिया ब्लॉक का गठबंधन इसी उद्देश्य तक सीमित था. ऐसे में कांग्रेस और आप के बीच टकराव होना कोई बड़ी बात नहीं है." उन्होंने यह भी स्पष्ट किया, "जहां तक बिहार का सवाल है, हम शुरू से ही साथ हैं."
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बयान देकर मामले को और गरमा दिया. उन्होंने कहा, "कांग्रेस को बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों के लिए तैयारी करनी चाहिए. उन्हें केवल 70 सीटों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए." तिवारी ने आगे कहा, "पिछली बार कांग्रेस को 70 सीटें दी गई थीं, लेकिन प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा. कांग्रेस को जमीनी हकीकत समझनी चाहिए."
कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "अगर कोई कांग्रेस को कमतर आंकेगा, तो कांग्रेस भी उसे हल्के में लेगी."
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "आरजेडी और कांग्रेस नेताओं की सार्वजनिक टिप्पणियां यह स्पष्ट करती हैं कि इंडिया ब्लॉक में कोई एकता नहीं है. अगर वे साथ चुनाव लड़ते तो भी हार तय थी. लेकिन अब अलग-अलग चुनाव लड़कर उनका संघर्ष और बढ़ेगा."
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के हाल ही में ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन के नेतृत्व के लिए समर्थन देने के बयान ने भी गठबंधन के भीतर तनाव को बढ़ा दिया है. First Updated : Thursday, 09 January 2025