मणिपुर में फिर सुलगी हिंसा की चिंगारी! 900 कुकी उग्रवादियों ने राज्य में की घुसपैठ
Manipur News: मणिपुर में एक फिर से हिंसा की चिंगारी सुलग सकती है, क्योंकि सरकार ने एक खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया है कि 28 सितंबर को मीतेई समुदाय पर हमले करने के लिए 900 कुकी उग्रवादियों ने म्यांमार से राज्य में घुसपैठ की है. वहीं राज्य में कई कुकी समूहों ने जनजातीय बहुल क्षेत्रों में बंद का आह्वान किया है.
Manipur News: मणिपुर में कई कुकी समूहों ने जनजातीय बहुल क्षेत्रों में बंद का आह्वान किया है. सरकार ने एक खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया है कि 28 सितंबर को मीतेई समुदाय पर हमले करने के लिए 900 कुकी उग्रवादियों ने म्यांमार से राज्य में घुसपैठ की है. कुकी के दो शीर्ष निकायों ने सभी कुकी-आबादी वाले क्षेत्रों में पूर्ण बंद लागू कर दिया है तथा खुफिया रिपोर्ट पर सार्वजनिक बयान जारी किया है, जिसका हवाला राज्य सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने भी दिया है, तथा इस बात पर जोर दिया है कि यह दावा निराधार है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को दो बयान कुकी इनपी मणिपुर (KIM), एक शीर्ष कुकी निकाय और इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ), एक अन्य कुकी संगठन द्वारा जारी किए गए. दोनों मणिपुर के चुराचांदपुर में स्थित हैं. किम ने कहा कि म्यांमार से 900 प्रशिक्षित कुकी उग्रवादियों की कथित घुसपैठ और 28 सितंबर को मीतेई गांवों पर समन्वित हमले के संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से मिली जानकारी निराधार है.
यह बयान पूरी तरह से निराधार: कुकी संगठन
कुकी संगठन ने आरोप लगाया कि यह बयान पूरी तरह से निराधार है और मणिपुर सरकार द्वारा कुकी-जो लोगों के खिलाफ योजनाबद्ध हमले को उचित ठहराने के लिए इसे कथित तौर पर गढ़ा गया है. इसने सभी कुकी लोगों से 27 और 28 सितंबर को घर पर रहने और यात्रा या काम करने से परहेज करने को कहा.
इसमें कहा गया कि 28 सितंबर को सभी कुकी-जो बसे हुए क्षेत्रों में पूर्ण बंद लागू किया जाएगा, जिसकी निगरानी कुकी इंपी और केएसओ अपने-अपने क्षेत्रों में करेंगे. किम ने यह भी आशंका जताई है कि 28 सितंबर को कुकी क्षेत्रों को लक्ष्य करके समन्वित हमले किए जा सकते हैं और सभी कुकी-जो गांव के स्वयंसेवकों से 'बफर जोन' में अपनी स्थिति मजबूत करने को कहा.
सीमाओं को बंद करने की घोषणा
एक अलग बयान में, आईटीएलएफ ने सभी कुकी-ज़ो को 26-29 सितंबर को अपने क्षेत्रों से बाहर न जाने के लिए कहा और सीमाओं को बंद करने की घोषणा की. इसमें कहा गया है कि 27-29 सितंबर को सभी स्कूल, संस्थान और कार्यालय बंद रहने चाहिए और इस दौरान मेडिकल टीमें और एम्बुलेंस स्टैंडबाय पर होनी चाहिए. आईटीएलएफ ने राज्य और केंद्रीय बलों सहित सभी जिला सुरक्षा कर्मियों से किसी भी बाहरी हमले को विफल करने के लिए अत्यंत सतर्क रहने का आग्रह किया।