दिवाली से पहले दर्द! बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़, 9 यात्री घायल, दो की हालत गंभीर
मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर दीपावली के चलते मची भगदड़ में 9 यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. त्योहार के सीजन में लाखों लोग घर लौट रहे थे, जिससे प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ हो गई. ट्रेन में चढ़ने के लिए हड़बड़ी में लोगों ने एक-दूसरे पर चढ़ाई की, जिससे यह हादसा हुआ. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. क्या रेलवे प्रशासन इस तरह की घटनाओं से सबक लेगा? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें आगे!
Stampede at Bandra Railway Station: मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर दीपावली और छठ पूजा के दौरान मची भगदड़ से हड़कंप मच गया. यहां की भीड़ इतनी अधिक थी कि लोग एक-दूसरे पर चढ़ने लगे, जिससे नौ यात्री घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह घटना स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर घटी, जहां यात्रियों की भीड़ एक ट्रेन में चढ़ने के लिए टूट पड़ी थी.
हर साल की तरह इस साल भी दीपावली और छठ पूजा के चलते लाखों लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. कई लोगों ने महीनों पहले टिकट बुक करा रखी थी, जबकि कुछ बिना टिकट यात्रा करने की कोशिश कर रहे थे. ऐसे में बांद्रा स्टेशन पर ट्रेन संख्या 22921, जो मुंबई से गोरखपुर के लिए चलती है, को लेकर जबरदस्त भीड़ इकट्ठा हो गई.
सुरक्षा की कमी पर उठे सवाल
इस घटना के बाद यात्रियों ने रेलवे प्रशासन पर सुरक्षा इंतजामों की कमी का आरोप लगाया है. प्लेटफॉर्म पर कुछ RPF जवान मौजूद थे, लेकिन जब ट्रेन आई, तो कोई भी कतार में नहीं दिखा. लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए और पीछे खींचते हुए ट्रेन में चढ़ने के लिए आपाधापी करने लगे. इससे भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हो गए. घायलों में से अधिकांश की हालत स्थिर है, लेकिन दो यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं.
Nine persons injured in stampede at Bandra railway station in Mumbai: Official pic.twitter.com/xRiI5kbkFs
— Vinay Tiwari (@vinaytiwari9697) October 27, 2024
अस्पताल में भर्ती
घायलों को तुरंत बांद्रा के बाबा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने बताया कि सात यात्रियों की स्थिति अब स्थिर है, लेकिन दो की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना स्थल पर खून के धब्बे और बिखरा हुआ सामान इस बात का सबूत है कि भगदड़ कितनी गंभीर थी. कई लोगों के कपड़े फट गए थे और स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल था.
रेल प्रशासन की प्रतिक्रिया
पश्चिमी रेलवे के सीआरपीओ विनीत अभिषेक ने बताया कि इस बार त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले काफी अधिक है. उन्होंने कहा कि ट्रेन को निर्धारित समय से 2-3 घंटे पहले प्लेटफॉर्म पर लाया गया था, ताकि लोग आराम से चढ़ सकें. लेकिन ट्रेन के अंदर चढ़ने की होड़ में लोग इतनी बेताबी हो गए कि हादसा हो गया.
इस घटना ने एक बार फिर से यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. त्योहारों के समय ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए रेलवे प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है.