क्या चोर बनेगा रे तू..! म्यूजियम में घुस चुराए 15 करोड़ के सिक्के, फिल्मी आइडिया ऐसे हुआ फेल

Bhopal Museum News: मध्य प्रदेश के भोपाल से चोरी की एक फिल्मी वारदात की कहानी आई है. हालांकि, कमजोर प्रैक्टिस के कारण चोर करीब 15 करोड़ रुपये के सामान को लेकर भागने में नाकाम रहा. इसी कोशिश में उसकी कमर टूट गई. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस उसे गिरफ्तार कर जांच कर रही है. मामले में म्यूजियम की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

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Bhopal Museum News: भोपाल के संग्रहालय में एक बड़ी चोरी का मामला सामने आया है. चोर ने लगभग 15 करोड़ रुपये की सोने और चांदी की कलाकृतियां चुराने की कोशिश की. इसमें वो कामयाब भी हो गया. हालांकि, बिना प्रैक्टिस का भागने में नाकाम रहा. चोर सारी वस्तुओं को लेकर 25 फीट ऊंची दीवार से कूद गया.  इस दौरान उसके पैर और रीढ़ की हड्डी टूट गई. अगले दिन वह बेहोशी की हालत में पाया गया और सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.

आरोपी का नाम विनोद यादव है, जो बिहार का रहने वाला है. उसने गुप्त काल की कीमती कलाकृतियों को बोरी में भरकर ले जाने का प्रयास किया था. इसके लिए वो 6 महीने से तैयारी कर रहा है. पुलिस की पूछताछ में उसने कई बातें बताई हैं. आइये जानें फिल्मी स्टाइल में की गई चोरी का फेल प्लान...

छह महीने की तैयारी के बाद किया वारदात

विनोद यादव पिछले छह महीने से इस चोरी की तैयारी कर रहा था. उसने धूम फिल्म देखकर इस चोरी की योजना बनाई. इसके बाद से वह लगातार भोपाल के राज्य संग्रहालय आता था और वहां की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करता था. इन छह महीनों में उसने म्यूजियम की सभी कमजोरियों का पता लगा लिया था.

टिकट लेकर म्यूजियम में आया

भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण जारी मिश्रा ने बताया कि विनोद यादव ने 20 रुपये का टिकट लेकर संग्रहालय में आया था. गार्ड की नजरों से बचते हुए वह थैले में हथौड़ा, पेचकस और अन्य उपकरणों ले आया. म्यूजियम बंद होने के बाद उसने चोरी को अंजाम दिया.

मंगलवार को खुली चोरी की पोल

चोरी के बाद विनोद ने म्यूजियम से छलांग लगाई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. सोमवार को गिरने के बाद उसकी हड्डियां टूट गईं, जिससे वह भागने में असमर्थ हो गया. मंगलवार को संग्रहालय खुलने पर यह चोरी का मामला सामने आया. जब चारो तरफ देखा गया तो वो दीवार के किनारे बेहोश मिला. सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

बची म्यूजियम की संपत्ति

पुलिस का कहना है कि यह केवल किस्मत की बात है कि संग्रहालय की कीमती कलाकृतियों को बचाया जा सका. डीसीपी (जोन-3) रियाज इकबाल ने कहा कि म्यूजियम में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं थे. वहां न तो अलार्म सिस्टम था और न ही CCTV कैमरे काम कर रहे थे. दरवाजे भी कमजोर थे और एक धक्के से ही खुल सकते थे.

चोरी के पीछे आर्थिक तंगी

49 वर्षीय विनोद यादव ने बताया कि वह एक छोटा किसान है. उसने अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए यह चोरी करने की कोशिश की. अधिकारियों के अनुसार, उसने जो कलाकृतियां चुराई थीं, उनकी कीमत कम से कम 15 करोड़ रुपये थी.

जांच के लिए एसआईटी का गठन

पुलिस ने चोरी की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. टीम के सदस्यों ने बताया कि विनोद पूरी तैयारी के साथ आया था. उसके पास शोकेस तोड़ने, दरवाजे खोलने और दीवारों पर चढ़ने के के हथियार थे. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसका कोई साथी था और क्या कुछ और चोरी हुआ है. इसके अलावा, म्यूजियम के सभी सामान की जांच की जा रही है.

First Updated : Wednesday, 04 September 2024