सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता लगाया आरोप - "स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस के बेतुकी बयानबाजी पर अखिलेश का समर्थन"
रामचरित मानस के विवादित बयान बाजी को लेकर 2022 का गठबंधन में चुनाव लड़ने के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के कसीदे पढ़ रही थी और उत्तर प्रदेश में सिर्फ अखिलेश यादव को एक नेता बता रही थी वहीं
रामचरित मानस के विवादित बयान बाजी को लेकर 2022 का गठबंधन में चुनाव लड़ने के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के कसीदे पढ़ रही थी और उत्तर प्रदेश में सिर्फ अखिलेश यादव को एक नेता बता रही थी वहीं अब स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान और धार्मिक ग्रंथ जलाए जाने के बाद सुभासपा के नेता अब समाजवादी पार्टी के खिलाफ नजर आ रहे हैं। यही नहीं सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने यहां तक कहा कि वर्ष 17, 19 और 22 में जिस तरह समाजवादी पार्टी को करारी शिकस्त मिली थी ठीक उसी तरह 24 और 27 में भी सपा साफ हो जाएगी।
हरदोई पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर दिए गए बेतुके बयान पर बिगड़ी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर सीधे हमला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने यहां तक कह दिया कि स्वामी प्रसाद ने अखिलेश यादव के कहने पर ही बे- तुकी बयानबाजी की है। राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने कहा कि सनातन धर्म पर हमला करने वाले सपा नेता के खिलाफ पार्टी की तरफ से कार्रवाई होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बल्कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रामचरित मानस पर बेतुके बोलने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना कर साबित कर दिया कि स्वामी अखिलेश यादव की रजामंदी शामिल रही। राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना है कि है सपा को उसके नेता ही ले डूबेंगे, जिस तरह पहले साफ हुई, लेकिन अब 2024 के चुनाव में सपा पूरी तरह से साफ हो जाएगी। सुनील अर्कवंशी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को उनकी पार्टी सनातन धर्म पर हमला मानते हुए उसका पुरजोर विरोध करती है।