Sukhwinder Sukhu Resign: सुखविंदर सुक्खू ने नहीं दिया इस्तीफा, आलाकमान को सुझाए तीन नाम: सूत्र
Sukhwinder Sukhu Resign: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को लेकर बड़ी खबर आ रही है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है हालांकि आला कमान के कुछ नाम भी सुझाव के तौर पर दिए हैं.
Sukhwinder Sukhu Resign: हिमाचल प्रदेश में सियासी उठा-पटक के बीच खबर आई कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि सुखविंदर सुक्खू का कहना है कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत और सरकार पूरे 5 वर्ष चलेगी. हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस आला कमान को तीन नाम सुझाए हैं. इनमें हर्षवर्द्धन, रोहित ठाकुर, जगत सिंह नेगी का नाम बताया जा रहा है.
हम अपना बहुमत साबित करेंगे और मैं निश्चित तौर पर कहना चाहता हूँ कि मैं संघर्ष की राजनीति से निकला हूँ, आम परिवार से उठकर राजनीति की है. यह हमारी होगी, हिमाचल की जनता की होगी. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा इतनी तड़प क्यों रही है? अभी हमारा बजट पेश होगा और उसमें वोटिंग करवाइए, हमारी जीत निश्चित है. इस बीच उन्होंने यह भी कह दिया कि जो विधायक भाजपा के साथ गए हैं उनमें से कुछ हमारे संपर्क में भी है.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधायकों में सुखविंदर सुक्खू को लेकर भारी नाराजगी है. जिसके चलते राज्य में तख्तापलट के हालात बने हुए हैं. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे ने मंत्रिपद से इस्तीफ़ा दिया और राज्य की सुक्खू सरकार पर कई हमले किए. अब ख़ुद मुख्यमंत्री के इस्तीफ़े की ख़बरों के बीच कांग्रेस अला कमान में हलमचल और भी ज़्यादा तेज़ हो गई है और जल्द ही नए नेता तलाश की ख़बरें भी आ रही हैं.
विक्रमादित्य क्या बोले?
विक्रमादित्य ने इस्तीफ़े के बाद प्रेस कांफ्रेंस में राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी अनदेखी की गई, अपमानित करने की कोशिश की गई है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने हमें बहुमत दिया था लेकिन हम इसको सँभाल नहीं पा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जिसके नाम पर यह सरकार बनी है. चुनावी कैंपेन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम का इस्तेमाल हुआ. सभी होर्डिंग्स पर उनकी तस्वीरें थीं, अख़बारों के विज्ञापनों पर उनकी तस्वीरें थीं. उनकी तस्वीर के साथ जनता से कहा गया है कि उन्हें याद रखना लेकिन उन लोगों की अनदेखी हो रही है जिन्होंने हमें समर्थन दिया. मेरे लिए यह पद ज़रूरी नहीं है बल्कि लोगों का समर्थन ज़रूरी है. विधायकों की आवाज़ दबवाने की कोशिश की जा रही है.