वाह रे बिहार! 3 साल में तीसरी बार गंगा में गिरा अगुवानी पुल, डेडलाइन देख गुस्सा न आ जाए
Bridge Collapsed In Bihar: बिहार के भागलपुर में शनिवार की सुबह सुल्तानगंज अगुवानी गंगा पुल के पिलर का स्ट्रक्चर गंगा में गिर गया. बढ़ते जलस्तर को घटना का कारण माना जा रहा है. इस हादसे में पिलर संख्या 9 और 10 के बीच के स्लैब के सेगमेंट नदी में समा गया है. गनीमत रही की हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है. इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है. ये पुल पिछले 3 साल में 3 बार गिर चुका है.
Bridge Collapsed In Bihar: कहीं पुल गिरने की बात आए और बिहार का नाम ना लिया जाए. इसकी संभावना काफी कम होती है. हालांकि, कही और पुलिस गिरने की बातें ही कम होती है. क्योंकि, ज्यादातर पुलों के गिरने की खबरें बिहार से ही आती है. इस लिए जब भी ऐसी घटना बोती है इनकी क्रोनोलॉजी बनाई जाने लगती है. आज फिर सुल्तानगंज अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर गंगा में गिर गया है. ये पुल पिछले 3 साल में 3 बार गिर चुका है. आइये जानें घटना, इसका इतिहास और इसके लागत के साथ-साथ इसकी डेडलाइन कब क्यों बढ़ी?
बिहार में पुलों के गिरने या उनके क्षतिग्रस्त होने की घटनाओं का इतिहास पुराना रहा है. यहां बारिश के आते ही पुलों के गिरने के मामले भी सामने आने लगते हैं. इसी साल कई पुलों ने सुर्खियां बटोरी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी जमकर किरकिरी हुई है. वो इससे परेशान होकर इंजीनियर के सामने हाथ तक जोड़ चुके हैं.
अगुवानी पुल का हिस्सा गिरा
घटना शनिवार सुबह की है. भागलपुर में सुल्तानगंज अगुवानी गंगा पुल के पिलर 9 का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया. बताया जा रहा है कि ये गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण हो हुआ है. इसमें पिलर संख्या 9 और 10 के बीच के स्लैब के सेगमेंट के लिए बना स्ट्रक्चर गिर गया. सबसे बड़ी बात की ये पुल पिछले 3 साल में तीसरी बार क्षतिग्रस्त हुआ है. इसी के कारण साल 2016 से बन रही इस पुल की डेडलाइन भी लगातार बढ़ती रही है.
भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने वाला अगुवानी पुल फिर से ढह गया। करीब 11 साल से निर्माणाधीन और ₹1,710 करोड़ की अनुमानित लागत वाला यह पुल तीन बार ढह चुका है
— Alok Kumar 🔍 (@kumaralok554) August 17, 2024
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3 साल में 3 बार गिरा
इस पुल का निर्माण साल 2016 में शुरू हुआ था. इसके निर्माण के पूरा होने के लिए साल 2024 की डेडलाइन रखी गई थी. हालांकि, अब ये बढ़ते-बढ़ते 2026 तक पहुंच गई है. क्योंकि, ये पुल पिछले 3 साल में 3 बार गिर चुका है. इससे इसकी लागत भी बढ़ती रही है.