मैसूरू जमीन आवंटन मामले में सिद्धारमैया को समन, जानें कब होगी सुनवाई
Mysuru Land scam case: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के भूमि आवंटन में अनियमितताओं के मामले में 6 नवंबर को लोकायुक्त पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए समन किया गया है. इस मामले में उनकी पत्नी बी.एम. पार्वती और अन्य पर भी आरोप हैं.
Mysuru Land scam case: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के भूमि आवंटन में अनियमितताओं के मामले में 6 नवंबर को लोकायुक्त पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए समन किया गया है. इस मामले में उनकी पत्नी बी.एम. पार्वती और अन्य पर भी आरोप हैं.
लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में 27 सितंबर को एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती, उनके बहनोई मल्लिकार्जुन स्वामी और एक अन्य व्यक्ति देवराजू का नाम शामिल है. मामले में आगे की जांच के लिए लोकायुक्त द्वारा 6 नवंबर को मुख्यमंत्री से पूछताछ की जाएगी.
पत्नी पार्वती से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने 25 अक्टूबर को सिद्धारमैया की पत्नी बी.एम. पार्वती से भी पूछताछ की थी. आरोप है कि उनके बहनोई मल्लिकार्जुन स्वामी ने एक भूखंड खरीदा था, जिसे बाद में पार्वती को उपहार के रूप में दिया गया था.
पूर्व मुडा आयुक्त की भी हो चुकी है गिरफ्तारी
मंगलवार (29 अक्टूबर) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मैसूरू भूमि घोटाले में धन शोधन के मामले में पूर्व मुडा आयुक्त डीबी नटेश से पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया था. नटेश पर आरोप है कि 2020 से 2022 के दौरान अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पार्वती को 14 भूखंड आवंटित किए थे, जो बाद में विवाद में आए. नटेश ने इन भूखंडों को लौटाने का भी फैसला किया था.
भूमि आवंटन विवाद और कोर्ट का आदेश
यह मामला शहर के निकट केसारे गांव में 3.16 एकड़ जमीन के बदले मुआवजे के रूप में उच्च मूल्य के भूखंडों के आवंटन से जुड़ा है. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इस लेनदेन से राज्य को लगभग 45 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की है.
भूखंड वापस करने की पेशकश
बी.एम. पार्वती ने पहले ही मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) को भूखंड वापस करने की पेशकश की है, जिसे MUDA ने स्वीकार कर लिया है.