तेलंगाना में BRS का आत्मीय सम्मेलन, कैडर के बीच तालमेल सुधारने की कवायद
तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस अपनी पार्टी के विस्तार में जुटी है। मुख्यमंत्री और बीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव के निर्देशों का पालन करते हुए, बीआरएस की जिला इकाइयां जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और राज्य स्तर के नेताओं के बीच तालमेल सुधारने के लिए आत्मीय सम्मेलन आयोजित कर रही हैं।
तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस अपनी पार्टी के विस्तार में जुटी है। मुख्यमंत्री और बीआरएस के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव के निर्देशों का पालन करते हुए, बीआरएस की जिला इकाइयां जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और राज्य स्तर के नेताओं के बीच तालमेल सुधारने के लिए आत्मीय सम्मेलन आयोजित कर रही हैं। इन बैठकों के पीछे का मकसद 60 लाख पार्टी कार्यकर्ताओं में राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे कल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
एक तरह से ये बैठकें पार्टी कैडर में नई ऊर्जा का संचार भी करती हैं। पेड्डापल्ली जिले के बाद बीआरएस रंगारेड्डी इकाई ने शबद मंडल के बोब्बिलिगामा गांव में इसी तरह की एक बैठक आयोजित की। पार्टी के नेताओं ने विपक्षी दलों के झूठे दावों का मुकाबला करने और बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव को राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
बैठक में बीआरएस जिला समन्वयकों से लेकर विधायक, जेडपीटीसी और जमीनी स्तर के कार्यकर्ता, पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर पार्टी का झंडा फहराने के बाद, बीआरएस रंगारेड्डी के प्रभारी एमएलसी एल रमना ने कहा कि बैठक अलग-अलग मुद्दों के बारे में जानने और कल्याण और विकास कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित की जा रही थी। उन्होंने कहा कि अगले चार महीनों में प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में ऐसी 10 बैठकें आयोजित करने की योजना है।
बीआरएस एमएलसी ने कहा कि राज्य सरकार कृषक समुदाय को सिंचाई के पानी के अलावा घरों में पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पलामुरु रंगारेड्डी लिफ्ट सिंचाई परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री केंद्र में किसान सरकार पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन उसमें बीजेपी अड़ंगा डाल रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सभी साजिशों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि बीआरएस प्रमुख तीसरी बार मुख्यमंत्री बनें।