तेलंगाना की बीआरएस सरकार हर तबके का ध्यान रख रही है। गरीब परिवारों के कल्याण के लिए तेलंगाना की सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। सीएम केसीआर ने कहा कि सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना को गरिमा के साथ शुरू किया है। उन्होंने इस मामले में सुझाव दिया गया है कि गृह लक्ष्मी और दलित बंधु हितग्राहियों का चयन कलेक्टरों के निर्देशन में किया जाएगा साथ ही उन योजनाओं का शिलान्यास भी पूरा किया जाएगा।

उन्होंने ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि योजनाओं का लाभ वास्तविक हितग्राहियों को मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि हम जल्द ही गृहलक्ष्मी योजना के लाभार्थियों के चयन के संबंध में दिशा-निर्देश भेजेंगे। प्लॉट 50 गज का होने पर भी ये योजना लागू होगी। अगर डबल बेडरूम बनाना है तो सरकार बेसमेंट स्तर पर 1 लाख रुपये, स्लैब स्तर पर 1 लाख रुपये और पूरा होने के बाद 1 लाख रुपये की दर से धनराशि जारी करेगी। 

सीएम केसीआर ने कहा कि जिले के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर उनसे समन्वय स्थापित कर हितग्राहियों की चयन प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाये। उन्होंने कहा कि घर की जमीन महिला के नाम होनी चाहिए। अन्यथा महिला के नाम गृह भूमि के ट्रांसफर के लिए रजिस्ट्रेशन का खर्च सरकार वहन करेगी। प्रदेश में पहले से बने डबल बेड रूम के आवास हितग्राहियों को उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि दलित संबंधियों की चयन प्रक्रिया में कोई बिचौलिया नहीं होना चाहिए और दलितों के उत्थान के लिए बनाई गई इस योजना में हेरफेर की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। सरकार ने GEO 58 और 59 में संशोधन और छूट दी है और हैदराबाद के विधायकों ने इसका इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों के चयन के दौरान बीआरएस कार्यकर्ताओं को दिए जाने की आलोचना हो रही है। हालांकि जब कोई गरीब बीआरएस कार्यकर्ता होता है तो उसे योजना देने से नहीं रोका जा सकता है।