तेलंगाना की केसीआर सरकार किसानों का हित सर्वोपरि रखा है। अभी हाल में तेलंगाना से बाहर अपनी पहली बड़ी रैली में उन्होंने अबकी बार किसान सरकार का भी नारा दिया था। महाराष्ट्र के नांदेड में बीआरएस की बड़ी जनसभा में अच्छी खासी तादाद में किसान केसीआर को सुनने जुटे थे। अब उन्हीं किसानों के लिए तेलंगाना सरकार एक और नई खुशखबरी लाई है। तेलंगाना सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि अब किसानों को चौबीसों घंटे और सातों दिन बिजली की आपूर्ति की जाएगी। किसानों के लिए बिजली की सप्लाई हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी।
तेलंगाना के ऊर्जा मंत्री जी जगदीश रेड्डी ने विधानसभा में ये कबूल किया कि पिछले दिनों किसानों के लिए बिजली की कमी थी, इसके साथ ही उन्होंने वादा किया कि शनिवार यानी 11 फरवरी से किसानों को सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलेगी। राज्य में बिजली उपभोक्ताओं ने 29 मार्च, 2022 को 14,166 मेगावाट की पिछली अधिकतम मांग को पार कर लिया था। शुक्रवार यानी 10 फरवरी को 14,169 मेगावाट की आपूर्ति की, जिस दिन सबसे अधिक बिजली की मांग थी।
जी. जगदीश रेड्डी का बयान
मंत्री ने जोर देकर कहा कि अगले कुछ दिनों में कृषि क्षेत्र के लिए बिजली की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जब तक केसीआर मुख्यमंत्री हैं और बीआरएस सत्ता में है, तब तक कृषि क्षेत्र को 24×7 मुफ्त बिजली की आपूर्ति होगी। मंत्री जगदीश रेड्डी ने केंद्र सरकार पर 4,000 मेगावाट एनटीपीसी रामागुंडम बिजली संयंत्र के विलंब के लिए आरोप लगाया, जिससे उपभोक्ताओं को 9,637.27 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
उन्होंने थर्मल पावर प्लांटों में 30 प्रतिशत आयातित कोयले का उपयोग करने के लिए बिजली कंपनियों की जरूरत के लिए केंद्र को फटकार लगाई। SCCL 3,600 रुपये में एक टन कोयला उपलब्ध कराता है। इसीलिए तेलंगाना ने केंद्र की शर्तों को मानने से इनकार कर दिया और कभी विदेशी कोयला हासिल नहीं किया। First Updated : Monday, 13 February 2023