'तेलंगाना सुरंग हादसा: 7 दिन बाद मिली उम्मीद, लेकिन क्या मजदूर जिंदा हैं?'
तेलंगाना में 7 दिन से जारी बचाव अभियान में बड़ी सफलता मिली है. सुरंग हादसे में फंसे 8 लोगों में से 4 की लोकेशन का पता चल गया है! रडार तकनीक से इनका पता लगाया गया, लेकिन क्या ये जिंदा हैं? क्या बाकी 4 लोग भी बचाए जा सकते हैं? और कब तक चलेगा ये रेस्क्यू ऑपरेशन? जानिए पूरी खबर यहां...

Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग हादसे को हुए एक हफ्ता हो गया है. 22 फरवरी को सुरंग की छत ढहने से इसमें 8 लोग फंस गए थे. इनमें इंजीनियर और मजदूर शामिल हैं. पूरे देश की नजर इस बचाव अभियान पर टिकी हुई है, और अब राहत भरी खबर आई है. सात दिन की कड़ी मशक्कत के बाद, बचाव दल ने चार लोगों की लोकेशन का पता लगा लिया है. यह जानकारी तेलंगाना के आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने दी.
रडार की मदद से चला चार लोगों का पता
बचाव अभियान में सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी भी शामिल हैं. शनिवार को उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और ताजा अपडेट साझा किया. मंत्री कृष्ण राव ने बताया कि रडार तकनीक की मदद से चार लोगों की लोकेशन का पता लगाया गया है. हालांकि, बाकी चार लोगों को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वे सुरंग खोदने वाली मशीन (TBM) के नीचे फंसे हो सकते हैं.
क्या मजदूरों को जिंदा निकाला जा सकेगा?
जब मंत्री से मजदूरों की स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शुरुआत से ही कहा जा रहा था कि बचने की संभावना बहुत कम है. हालांकि, बचाव दल लगातार कोशिश कर रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि रविवार शाम तक मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा. फिलहाल, प्रशासन और रेस्क्यू टीम पूरी ताकत झोंक रही है ताकि जल्द से जल्द ऑपरेशन पूरा किया जा सके.
#WATCH तेलंगाना एसएलबीसी सुरंग ढहने की घटना | नागरकुरनूल: तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी बचाव अभियान की समीक्षा करने के लिए सुरंग ढहने की घटनास्थल पर पहुंचे। 22 फरवरी को सुरंग की छत ढहने के बाद अंदर फंसे आठ श्रमिकों के लिए बचाव अभियान जारी है। pic.twitter.com/EnpQRlzV8F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 1, 2025
कैसे हुआ था यह हादसा?
22 फरवरी को तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया था. यह सुरंग पानी की आपूर्ति परियोजना का हिस्सा थी और इसमें काम कर रहे 8 लोग मलबे में फंस गए थे. हादसे के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू किया गया, लेकिन सुरंग की जटिल संरचना और लगातार आ रही तकनीकी बाधाओं के कारण ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आईं.
बचाव अभियान में कितनी हुई प्रगति?
अब तक अभियान में काफी प्रगति हुई है. आधुनिक तकनीक और रडार का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि अंदर फंसे लोगों का जल्द पता लगाया जा सके. बचाव दल दिन-रात मेहनत कर रहा है, और अब जब चार लोगों की लोकेशन मिल गई है, तो उम्मीद बढ़ गई है कि जल्द ही इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकेगा.
अभी आगे क्या होगा?
बचाव अभियान के अगले चरण में सुरंग में सुरक्षित रास्ता बनाकर फंसे हुए लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी. प्रशासन की ओर से पूरा जोर लगाया जा रहा है कि किसी भी हाल में ऑपरेशन को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. स्थानीय लोग और परिजन भी बेसब्री से अपने अपनों के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं. अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या रविवार तक मजदूरों को बाहर निकाला जा सकेगा या नहीं. उम्मीद है कि जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी!


