सरकारी मेडिकल कॉलेज में फांसी पर लटका मिला MBBS छात्रा का शव, पुलिस की जांच जारी
केरल के कलमस्सेरी में तीसरे वर्ष की MBBS छात्रा ने आत्महत्या कर ली, जिसके कारण का पता अभी तक नहीं चल पाया है. वहीं अहमदाबाद में 21 साल की MBBS छात्रा ने भी आत्महत्या की, जो पिछले कुछ दिनों से अकेली रहती थी और अपने दोस्तों से बात नहीं कर रही थी. दोनों मामलों में पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है और जांच जारी है.

केरल के कलमस्सेरी से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई हैं. जहां MBBS की तीसरे वर्ष की छात्रा ने आत्महत्या कर ली है. पुलिस के अनुसार, सरकारी मेडिकल कॉलेज की मेडिकल छात्रा अपने छात्रावास के कमरे के पंखे से लटकी हुई पाई गई. उसके साथियों ने उसे फंदे से लटका हुआ पाया और इस कदम के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. मृतक, अम्बिली, कासरगोड की रहने वाली थी और तीसरे वर्ष की मेडिकल छात्रा थी.
अभी कारण स्पष्ट नहीं
प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि ये आत्महत्या हो सकती है और पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है. छात्रा के माता-पिता कॉलेज में उससे मिलने गए थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, वो मानसिक परेशानी से जूझ रही थी, हालांकि इन कारकों की पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस ने बताया कि उसके रिश्तेदारों के आने और उनके बयान देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा.
21 साल की MBBS छात्रा ने किया सुसाइड
पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के श्रीमती एनएचएल म्युनिसिपल मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में 21 साल की MBBS छात्रा ने आत्महत्या कर ली. एलिसब्रिज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर केएम भुवा ने बताया कि सुशीलाबेन वसावा, जो अपनी मेडिकल की पढ़ाई के दूसरे वर्ष में थी, पिछले कुछ दिनों से खुद को अलग-थलग रख रही थी और उसने अपने कॉलेज के दोस्तों से बात करना बंद कर दिया था.
कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो...
उन्होंने कहा कि छात्रा ने कल देर रात (शुक्रवार) अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली. जब उसने कमरे का दरवाजा नहीं खोला, जो अंदर से बंद था, तो उसके रूममेट्स ने रेक्टर को बताया, जिन्होंने फिर पुलिस को सूचित किया. उसका शव छत से लटका हुआ मिला. अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव उसके परिवार को सौंप दिया गया. उन्होंने कहा कि आत्महत्या का सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है. उसके छात्रावास के साथियों ने कहा कि वो पिछले कुछ दिनों से शांत रहने लगी थी और खुद में ही सिमटी रहती थी.