टेबल पर रखी एसिड की बोतल, पानी समझकर पी गया डॉक्टर, आगे जो हुआ...
Gujarat news: गुजरात के सूरत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक डॉक्टर ने गलती से पानी समझकर एसिड पी लिया. एसिड पीते ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. उनकी चीख सुनकर पत्नी वहां पहुंचीं और सच जानकर हैरान रह गईं. डॉक्टर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है.

Gujarat news: गुजरात के सूरत में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर ने गलती से एसिड पी लिया. डॉक्टर को लगा कि यह पानी है, लेकिन एसिड निगलते ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. उनकी चीख-पुकार सुनकर पत्नी तुरंत वहां पहुंचीं और बताया कि टेबल पर रखी बोतल में एसिड था. यह सुनते ही डॉक्टर की हालत और भी चिंताजनक हो गई.
पत्नी ने फौरन डॉक्टर के एक करीबी मित्र को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना की सूचना पुलिस तक भी पहुंची. जांच के बाद पुलिस ने इसे एक दुर्घटना करार दिया और किसी भी आपराधिक साजिश से इनकार किया. फिलहाल डॉक्टर की हालत स्थिर बताई जा रही है.
पानी समझकर डॉक्टर ने पी लिया एसिड
यह घटना 16 मार्च की बताई जा रही है, लेकिन इसकी जानकारी सोमवार को सामने आई. सरकारी स्मीमेर अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग में कार्यरत डॉक्टर राजेश पटेल अपने घर पर थे. उनकी पत्नी ने सफाई के दौरान गलती से एसिड की बोतल टेबल पर रख दी थी. रात करीब 1 बजे डॉक्टर को प्यास लगी, उन्होंने टेबल पर रखी बोतल को पानी समझकर उठाया और एसिड पी लिया.
अस्पताल में कराया गया भर्ती
एसिड पीते ही डॉक्टर की हालत बिगड़ने लगी और वह दर्द से तड़पने लगे. उनकी चीख सुनकर पत्नी दौड़कर आईं और उन्होंने देखा कि डॉक्टर की तबीयत गंभीर हो रही है. पत्नी ने तुरंत डॉक्टर जयेश को फोन किया, जो उनके करीबी मित्र हैं. इसके बाद डॉक्टर जयंतीलाल की मदद से डॉक्टर राजेश पटेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस जांच में सामने आया सच
इस घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई. पुलिस ने डॉक्टर राजेश पटेल और उनकी पत्नी का बयान दर्ज किया, जिसमें उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से एक दुर्घटना थी. जांच के दौरान पुलिस को भी ऐसा कोई सुराग नहीं मिला जिससे इसे आपराधिक साजिश माना जाए.
फिलहाल डॉक्टर की हालत स्थिर
डॉक्टर राजेश पटेल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत अब खतरे से बाहर है और धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. इस घटना ने एक बार फिर सावधानी बरतने की जरूरत को उजागर किया है, खासकर जब घर में कोई खतरनाक पदार्थ रखा हो.