हाइवे पर धू-धू कर जली कार, रेनॉल्ट कार कंपनी ने झाड़ा पल्ला

सौ साल से पुरानी बहुराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल कंपनी रेनो अन्य देश के साथ-साथ भारत में भी अपना बाजार बना लिया है। रेनो कार के कई मॉडल बाजार में उपलब्ध हैं और भारत के कार मार्केट में रेनॉल्ट कार की अच्छी खासी बिक्री भी है।

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सौ साल से पुरानी बहुराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल कंपनी  रेऩॉल्ट अन्य देश के साथ-साथ भारत में भी अपना बाजार बना लिया है।  रेऩॉल्ट कार के कई मॉडल बाजार में उपलब्ध हैं और भारत के कार मार्केट में रेनॉल्ट कार की अच्छी खासी बिक्री भी है। कार खरीदते वक्त कंपनी आपसे कई तरह के वादे करती है आप  रेऩॉल्ट कार ही खरीदे इसके लिए उनके प्रतिनिधि कंपनी और कार की कई खूबियां गिनाते हैं और आप खरीदकर घर ले आते हैं लेकिन जैसे ही आपकी उस कार में किसी तरह की खराबी आती है या फिर कोई दुर्घटना का शिकार होती है तो कंपनी तरह-तरह के बहाने बनाकर पल्ला झाड़ लेती है और नुकसान की सारी वजहें आपके ऊपर डाल देती है।

गाजियाबाद के रहने वाले विनीत सिंह के साथ रेनॉल्ट कंपनी ने ऐसा ही कुछ किया। उनकी कार अप्रैल महीने में आग की शिकार हो गई। नोएडा सेक्टर-62 के पास एनएच-24 पर उनकी रेनॉल्ट डस्टर (डीजल) (UP 14 .CF1177) में अचानक धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग कार में लग गई और कार पूरी तरह से जलकर ख़ाक हो गई। गनीमत ये रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। विनीत ने इस घटना की पूरी जानकारी रेनॉल्ट कंपनी के सेक्टर 63 नोएडा के सर्विस सेंटर को दी। कंपनी ने सारी जानकारी जुटाने के बाद इसकी जांच अपनी टेक्निकल टीम से कराने की बात कही। टेक्निकल टीम से जांच कराने के दौरान विनीत से कोई संपर्क नहीं साधा गया न ही इसकी कोई जानकारी दी गई। कंपनी ने टेक्निकल टीम की सारी रिपोर्ट सीधे इंश्योरेंस कंपनी के सर्वेयर को सौंप दी। इससे कंपनी की गैर जिम्मेदाराना हरकत अपने ग्राहकों के प्रति जाहिर होती है।

 

ग्राहक को रेऩॉल्ट की टेक्निकल रिपोर्ट के विषय में इंश्योरेंस कंपनी के सर्वेयर ने जानकारी दी के उनका इंश्योरेंस क्लेम क्लीयर नहीं हो पाएगा. क्योकि रिपोर्ट में हेडलेम की वायरिंग को एक्सटर्नल बताया गया है। जबकि विनीत सिंह का कहना है कि जब से उन्होंने काऱ खरीदी है तब से वो कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर में ही कार की सर्विस कराते रहे हैं और इसकी पूरी हिस्ट्री भी उन्होने इंश्योरेंस कंपनी को दी है। जाहिर है कि रेनॉल्ट के पास भी सर्विस हिस्ट्री मौजूद है। जब ग्राहक ने अपनी कार रिनॉल्ट सर्विस सेंटर से ही सर्विस ली है तो किसी सर्विस सेंटर ने उनको यह जानकारी क्यों नहीं दी, क्या ये उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती थी कि ग्राहक को यह सूचना दे कि उसमें एक्सटर्नल वायरिंग मौजूद है औऱ वो सुरक्षित नहीं है तो क्या रेनॉल्ट कंपनी कार के जलने का इंतजार कर रही थी। इससे कंपनी के सर्विस सेंटर पर भी सवाल खड़े होते हैं कि आखिर एक कस्टरमर काफी भरोसे के साथ सर्विंस सेंटर में अपनी कार को छोड़ता है ऐसे में कस्टमर के भरोसे को तोड़ने वाली बात हुई है। कंपनी अपनी गलती को सीधे-सीधे कस्टमर पर ही मढ़ने पर तुली है। फ्रांस की इस कंपनी की भारत के साथ बड़ी धोखाधड़ी है। ऐसे में एक ग्राहक अपनी शिकायतों को लेकर कहां जाए। First Updated : Friday, 17 June 2022