लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान ने हत्यारों को दी चुनौती

Baba Siddiqui Murder: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में अपने पिता के हत्यारों को चुनौती  दी है. जीशान सिद्दीकी ने लिखा कि उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया. लेकिन वे भूल गए, वे एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है.

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Baba Siddiqui Murder: मुंबई में बीते दिन एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को उनके कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस बीच अब  सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में अपने पिता के हत्यारों को चुनौती  दी है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, 'लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है'. उन्होंने बड़ी भावुकता के साथ आगे लिखा  कि वह 'जीवित, अथक और तैयार' हैं और वह एक शेर के बेटे हैं. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जीशान सिद्दीकी ने लिखा, 'उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया. लेकिन वे भूल गए, वे एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है. वे न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया. अब, जिन्होंने उन्हें गिराया, वे यह मानकर मेरी ओर देख रहे हैं कि वे जीत गए हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं, मेरी रगों में शेर का खून बहता है.'

'निडर और अडिग' हैं

इस बीच कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी ने ये भी कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बावजूद वह 'निडर और अडिग' हैं. उन्होंने कहा, 'मैं अभी भी यहां हूं, निडर और अविचल. उन्होंने एक को मार गिराया, लेकिन मैं उनकी जगह पर खड़ा हूं.  यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. आज मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे: जीवित, अथक और तैयार.'  उन्होंने एक हिंदी दोहा भी लिखा कि 'सियार कभी-कभी छल से शेर को मार देते हैं.'

'मुझे न्याय चाहिए, मेरे परिवार को न्याय चाहिए.'

पिछले सप्ताह जीशान सिद्दीकी ने अपने पिता के लिए न्याय की मांग की थी. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "मेरे पिता ने गरीब निर्दोष लोगों के जीवन और घरों की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा दी. आज मेरा परिवार टूट गया है, लेकिन उनकी मौत का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और निश्चित रूप से इसे व्यर्थ नहीं जाना चाहिए.  मुझे न्याय चाहिए, मेरे परिवार को न्याय चाहिए.'

बाबा सिद्दीकी की मुंबई में उनके कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.  तीन में से दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच, पुलिस ने पिछले हफ्ते हत्यारों को सहायता प्रदान करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान नितिन गौतम सप्रे (32), संभाजी किसान पारधी (44), प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे (37), चेतन दिलीप पारधी और राम फूलचंद कनौजिया (43) के रूप में की गई. 

'हत्या के लिए 50 लाख रुपए की मांग की गई थी'

इस बीच एक अधिकारी ने बीते दिन शनिवार को बताया, 'पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला है कि सप्रे के नेतृत्व वाले मॉड्यूल ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए मध्यस्थ से 50 लाख रुपये की मांग की थी.  लेकिन यह बात नहीं बनी. इसलिए, अनुबंध पर असहमति के कारण, उन्होंने पीछे हटने का फैसला किया.'

पांच में से दो आरोपियों ने हत्या से पहले सिद्दीकी के दफ्तर की रेकी की थी.  इसके अलावा तीन शूटर भी थे. सप्रे और कनौजिया ने भी दो बार सिद्दीकी के घर और दफ्तर पर नजर रखी थी. उन्होंने तस्वीरें खींची और वीडियो बनाए.  ये रिकॉर्डिंग शुभम लोनकर को भेजी गई थीं. 

'लॉरेंस बिश्नोई गैंग ली थी हत्या की जिम्मेदारी'

शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा था कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की है.  पोस्ट के अनुसार, अभिनेता सलमान खान से नजदीकी के कारण राजनेता को निशाना बनाया गया. इस पोस्ट में लोगों को सलमान खान और दाऊद इब्राहिम की मदद करने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी. मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम, शुभम लोनकर और मोहम्मद जीशान अख्तर फरार हैं. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया है. First Updated : Sunday, 20 October 2024