बहराइच बवाल का असली जड़! फायरिंग से पहले क्या-क्या हुआ? यहां से शुरू होती है कहानी
Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान उस वक्त मातम छा गया जब चार लोगों को गोली लगी. फायरिंग के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि जिन लोगों को गोली लगी थी, उसमे से एक की मौत हो गई और बाकी की हालत गंभीर है. तो चलिए इस बवाल का असली जड़ क्या है जानते हैं.
Bahraich News: बहराइच के महसी इलाके में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हंगामे और गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए हरदी कोतवाली के प्रभारी एसके वर्मा और महसी के चौकी प्रभारी शिव कुमार को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही पुलिस ने 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस बीच कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर घटना से पहले की कुछ वीडियो शेयर की है जिसमें बताया गया है कि बवाल का असली जड़ क्या था. आखिर क्यों 20 साल के हिंदू युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई? इसके पीछे वजह क्या थी? तो चलिए इन तमाम सवालों का जवाब जानते हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
बहराइच हिंसा में जिस गोपाल मिश्रा की हत्या हुई, उसकी Video सोशल मीडिया पर सामने आया है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि गोपाल ने बवाल के दौरान एक घर की छत से हरा झंडा उतारा और भगवा झंडा लहराया. ऐसा करने के लिए भीड़ उसको मोटिवेट कर रही थी. इसके कुछ देर बाद ही गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
#Bahraich, UP: 20-year-old Hindu man, Ram Gopal Mishra, shot dead.
Why?
Hindus were taking out idol immersion procession in Maharajganj area when, out of nowhere, stones were pelted at them. In protest, Gopal climbed onto the house of one Abdul Hameed and replaced the green… pic.twitter.com/F7fvEBZ6Mf— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) October 14, 2024
क्या है बवाल का जड़
दरअसल, इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के दावा किया जा रहा है. एक यूजर ने घटना के समय का एक वीडियो शेयर किया जिसमें दावा किया है कि जिस समय महाराजगंज इलाके में हिंदू मूर्ति विसर्जन जुलूस निकाल रहे थे उस समय पथराव किया गया. पथराव से हिंसा भड़क गई. विरोध में गोपाल अब्दुल हमीद नामक व्यक्ति के घर पर चढ़ गया और वहां लगे हरे झंडे को निकाल कर फेंक दिया और उसके जगह भगवा झंडा लगा दिया.
पथराव से शुरू हुई थी कहानी
वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने युवक की हत्या को लेकर सवाल उठाया है कि आखिर क्यों उसे मौत की घाट उतार दी गई जबकी हिंसा उन्होंने शुरू की थी. दावा किया जा रहा है कि जिस घर के छत पर चढ़कर गोपाल ने हरे झंडे को भगवा झंडा बदली उसी घर से जुलूस पर पथराव किया गया था. पथराव के बाद ही हिंदू आक्रोशित होकर झंडे वाली घटना को अंजाम दिया. हालांकि, इसके तुरंत बाद इस्लामी भीड़ ने गोपाल को एक घर में बंद कर दिया और उस पर 15-20 राउंड गोलियां चलाईं. गोपाल की मौत गई है वहीं एक अन्य हिंदू व्यक्ति को गोली लगी है जिसका इलाज चल रहा है.
सीएम योगी ने लिया एक्शन
बता दें कि नवरात्र के दौरान राज्य में कोई दंगा फसाद ना हो और सब ठीक रहे, इसलिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीनियर IAS और IPS अफसरों संग बैठक की थी. हालांकि, फिर भी बहराइच में दंगा फसाद हुआ. लोगों की जान गई. एक्शन में दारोगा टाइप के पुलिस वाले सस्पेंड किए गए. दुर्गा माता के प्रतिमा विसर्जन के दिन यूपी के बहराइच में घंटों हंगामा होता रहा.