West Bengal: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप की घटना के बाद एकल और शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जिसके चलते विवाद देखने को मिल रहा है. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में ट्यूशन से घर लौट रही चौथी कक्षा की एक लड़की के साथ कथित तौर पर रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. शनिवार की सुबह मासूम बच्ची का शव नजदीकी गांव में गंगा नदी के किनारे मिला. वहीं पुलिस ने आरोपी 18 वर्षीय युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरू में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया. 200 लोगों की भीड़ ने महिषमारी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया. वहीं शनिवार की सुबह जब पुलिस शव को बरामद करने के लिए गांव पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया.
इस बीच शनिवार की सुबह शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान भीड़ ने महिषमारी कैंप में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया. एक मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया गया. जब पुलिस की टुकड़ी मौके पर पहुंची तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गई. महिलाएं लाठी, झाड़ू और रसोई के बर्तन लेकर सड़कों पर उतर आईं.
इस दौरान कुलतली से टीएमसी विधायक गणेश चंद्र मंडल को भी गुस्साए ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. इस बीच हालात को काबू में लाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
इस दौरान बरुईपुर जिले के एसपी पलाश चंद्र ढाली ने मीडिया से बातचीत करने के दौरान बताया, 'हमें शुक्रवार रात करीब 9 बजे सूचना मिली. मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है. शुक्रवार को सुबह करीब 3.30 बजे जब पुलिस गांव में गई तो ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. हमने हर कदम तत्परता से उठाया है. हम ग्रामीणों की शिकायतों पर गौर कर रहे हैं.
इस बीच मामले से परिचित लोगों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब 2.30 बजे चौथी कक्षा की छात्रा ट्यूशन पढ़ने गई थी. जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी तो उसके परिवार वालों और गांव वालों ने उसकी तलाश शुरू की. इस दौरान पीड़िता के पिता ने मीडिया को बताया, 'वह ट्यूशन क्लास से घर लौटते समय शाम 5 बजे के आसपास स्थानीय बाजार में मेरी दुकान पर आई थी, लेकिन जब मैं रात को घर लौटा, तो मुझे बताया गया कि वह घर नहीं पहुंची.
ऐसे में हमने उसकी तलाश शुरू की. बाद में उसका शव हमारे घर से करीब एक किलोमीटर दूर मिला.' स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जब वे गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए महिषमारी पुलिस शिविर और जयनगर पुलिस स्टेशन गए तो पुलिस ने शुरू में रिपोर्ट स्वीकार नहीं की. First Updated : Saturday, 05 October 2024