Loksabha Election 2024: देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही हैं. चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 'मोदी का परिवार' अभियान शुरू किया है. जिसे लेकर विपक्षी पार्टियां बयानबाजी भी कर रही हैं. पीएम मोदी ने अपने कई भाषणों और संबोधन में परिवारवाद और वंशवाद का जिक्र किया है. आज हम उत्तर प्रदेश की उन क्षेत्रीय पार्टियों के बारे में बताएंगे, जिनमें वर्षों से वंशवाद चला आ रहा है.
इस पार्टी की स्थापना साल 1996 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजीत सिंह ने की थी. कोरोना की वजह से अजीत सिंहा का निधन हो गया. फिर उनके बेटे जयंत चौधरी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. सपा के सहयोग से जयंत चौधरी राज्यसभा के सदस्य भी बन गए हैं.
अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल हैं और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है. इस पार्टी की नींव उनके पिता सोनेलाल पटेल ने रखी थी. अनुप्रिया के पति आशीष पटेल पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं.
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर हैं. उनके पुत्र अरविंद राजभार पार्टी के प्रमुख महासचिव हैं. दूसरे बेटे अरुण राजभर पार्टी के महासचिव हैं.
उत्तर प्रदेश के गोड़ा के बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी बनाई है. वह पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनके मौसेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह पार्टी के महासचिव हैं.
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद हैं. वह प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. उनके बेटे राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के अध्यक्ष हैं. दूसरे बेटे इस संगठन में प्रदेश अध्यक्ष हैं. तीसरा बेटा प्रदेश प्रभारी है. उनके साले साहेब निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वहीं संजय निषाद की पत्नी पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. First Updated : Thursday, 14 March 2024