Ladakh News: चीन से लगी सीमा पूर्वी लद्दाख में एक नया एयरबेस बनाने जा रही है, फाइटर ऑपरेशन के लिए यह तीसरा एयरबेस होगा. इस एयरफील्ड की खासियत यह होगी कि यहां से चीनी सिर्फ मात्र 35 किलोमीटर दूर है. बताया जा रहा है कि आगामी तीन सालों में यहां पर नया एयरबेस तैयार कर दिया जाएगा.
अगर यह एयरबेस तैयार हो जाएगा तो यहां पर फाइटर प्लेन उतारना और उड़ाना आसान हो जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस एयरबेस की आधारशिला रखने के लिए जा रहे हैं. इस अपग्रेडशन का कार्य मई से ही शुरू किया जाना था. लेकिन पर्यावरण के कारणों की वजह से कार्य लेट शुरू किया जा रहा है. यहां पर पहले से लेह और थौएस एयरबेस हैं. इसके अलावा स्पेशल ऑपरेशन ट्रांसफोर्ट एयरक्राफ्ट और हैलीकॉप्टर ऑपरेशन के लिए 3 एडवांस ग्राउंड लैंडिंग हैं.
218 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा नया एयरबेस
आपको बताते चले कि इस नये फाइटर एयरबेस को बनाने में करीब 218 करोड़ रुपये की लागत आएगी. ये दुनिया का सबसे ऊंचा एयरबेस होगा. यहां पर भारतीय वायुसेना चीन के खिलाफ पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा मजबूती से खड़ी होगी, साथ ही इसकी लंबे समय से जरूरत थी. अब न्योमा में फाइटबेस बनने से वायुसेना को काफी ताकत मिलेगी. बीते तीन सालों से सीमा पर तनातनी चल रही है. ऐसे समय में इस एयरबेस का बनना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अगर यह तैयार होता है तो चीन के साथ बातचीत में भारत का दावा और मजबूत हो जाएगा. First Updated : Tuesday, 12 September 2023