AK-47 के साथ छत्तीसगढ़ में दो खूंखार इनामी नक्सली ढेर, जंगल में गरजा सुरक्षाबलों का दम!
Chhattisgarh: कोंडागांव-नारायणपुर बॉर्डर पर मुठभेड़ में दो खतरनाक नक्सली मारे गए, AK-47 और हथियार भी बरामद. दोनों पर लाखों का इनाम था. जानिए कैसे हुआ पूरा ऑपरेशन और क्या मिला सुरक्षाबलों को इस बड़ी कामयाबी में!

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई लगातार तेज हो रही है. राज्य सरकार और पुलिस की कोशिश है कि नक्सल हिंसा को पूरी तरह खत्म किया जाए. इसी कड़ी में मंगलवार को कोंडागांव और नारायणपुर जिलों की सीमा पर एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें दो इनामी नक्सली मारे गए.
कैसे हुआ मुठभेड़?
बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ मंगलवार शाम को किलाम-बरगुम गांव के पास जंगलों में हुई. जब सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम इलाके में नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर निकली, तभी नक्सलियों से आमना-सामना हो गया और फायरिंग शुरू हो गई. इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और बस्तर फाइटर्स के जवान शामिल थे. दोनों तरफ से काफी देर तक गोलीबारी चली, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने मौके पर दो नक्सलियों को ढेर कर दिया.
क्या-क्या मिला मौके से?
मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में एक AK-47 राइफल, अन्य हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है. साथ ही मारे गए दोनों नक्सलियों के शव भी मौके से मिले हैं. मारे गए नक्सलियों की पहचान हलदर और रामे के रूप में हुई है. हलदर पर 8 लाख रुपये का इनाम था. रामे पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. दोनों नक्सली पूर्वी बस्तर डिवीजन से जुड़े हुए थे और लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में शामिल थे.
इस साल अब तक कितने नक्सली मारे गए?
आईजी सुंदरराज ने बताया कि इस साल 2025 में अब तक कुल 140 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से अकेले 123 नक्सली बस्तर डिवीजन में ढेर किए गए हैं. ये आंकड़े साबित करते हैं कि सुरक्षाबलों का ऑपरेशन कितनी मजबूती से चल रहा है.
Chhattisgarh | Two hardcore naxals killed in an encounter at Kondagaon-Narayanpur border. AK-47 and two bodies recovered. Search operations underway: IG Bastar P Sundarraj
— ANI (@ANI) April 16, 2025
फिलहाल क्या चल रहा है?
इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है ताकि और भी नक्सलियों की मौजूदगी का पता लगाया जा सके. सुरक्षाबलों को आशंका है कि आसपास और भी नक्सली छिपे हो सकते हैं. कोंडागांव-नारायणपुर की सीमा पर हुई इस मुठभेड़ ने सुरक्षाबलों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी दिलाई है. इनामी नक्सलियों के मारे जाने से नक्सली नेटवर्क को झटका लगा है और इससे स्थानीय लोगों में भी सुरक्षा को लेकर भरोसा बढ़ेगा.