उदयपुर: कर्फ्यू में ढील मिलते ही किराणा खरीदारी के लिए बाजारों में भीड़
उदयपुर में कन्हैयालाल तेली की तालिबानी तरीके से निर्मम हत्या के मामले में 28 जून रात 8 बजे से उदयपुर के 7 थाना क्षेत्रों में लागू किए गए कर्फ्यू में शनिवार को 4 घंटे की ढील दी गई। ढील मिलते ही लोग किराणा, सब्जी व घर-गृहस्थी की आवश्यक
उदयपुर में कन्हैयालाल तेली की तालिबानी तरीके से निर्मम हत्या के मामले में 28 जून रात 8 बजे से उदयपुर के 7 थाना क्षेत्रों में लागू किए गए कर्फ्यू में शनिवार को 4 घंटे की ढील दी गई। ढील मिलते ही लोग किराणा, सब्जी व घर-गृहस्थी की आवश्यक सामग्री की खरीदारी के लिए उमड़ पड़े। शहर के धानमण्डी क्षेत्र में दाल, चावल, शक्कर, घी-तेल सहित संतोषी माता मंदिर की सब्जी मंडी में ताजा सब्जियों की खरीदारी का जोर रहा। आटा चक्कियों पर भी लोग गेहूं पिसाते नजर आए। इस 4 घंटे की ढील में रेडिमेड आदि अन्य सामानों की दुकानें भी खुलीं, लेकिन वहां खरीदार नहीं थे। उन दुकानदारों ने भी कहा कि 4 घंटे की ढील में कपड़े खरीदने कौन निकलेगा। हालांकि, होलसेल व्यवसायियों ने तीन दिन से बंद अपना व्यवसाय पुनः संभाला और मिले हुए ऑर्डर की डिलीवरी की गति बढ़ाई।
प्रशासन ने शहर के धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, सविना, भूपालपुरा, गोवर्धनविलास, हिरणमगरी, प्रतापनगर एवं सुखेर पुलिस थाना क्षेत्रों में दोपहर 12 बजे से अपराह्न 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है। लोगों की मांग है कि कर्फ्यू को शीघ्र हटाया जाए ताकि जनजीवन सामान्य हो सके। कोरोना काल में वैसे ही काफी नुकसान हुआ है। शुक्रवार को कर्फ्यू के दौरान भगवान जगन्नाथ स्वामी की विशाल रथयात्रा में हजारों की भीड़ के बाद लोगों को सोमवार तक कर्फ्यू हटने की उम्मीद है। सोमवार से कर्फ्यू हटता है तो स्कूल भी खुल सकेंगे। कई स्कूलों का नया सत्र तो जुलाई से ही होना है और उन्हें भी कर्फ्यू हटने का इंतजार है। भले ही पूरे शहर में कर्फ्यू नहीं है, लेकिन स्कूलों के मामले में किसी भी तरह की रिस्क लेना ठीक नहीं रहता, इसलिए सभी स्कूल पूरा कर्फ्यू हटने के बाद ही खुलेंगे।