Punjab: किसानों के धरने और आंदोलन का मुद्दा दिन-ब-दिन गर्माता जा रहा है। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हाल ही में शंभू और खनुरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के दौरान बड़ा बयान दिया है। बिट्टू ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब की सभी मांगें मानने को तैयार है, लेकिन किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आंदोलन पूरे देश के लिए है। उन्होंने किसानों की एकता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस बार किसान संगठनों में एकजुटता की कमी है।
बिट्टू का दावा: किसानों को मुझ पर भरोसा नहीं
बिट्टू ने कहा कि जब से वे मंत्री बने हैं, तब से लगातार किसानों के मुद्दों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने बातचीत के लिए हर दरवाजा खटखटाया है, लेकिन किसान नेताओं ने उनसे संपर्क नहीं किया। उनका कहना है कि किसानों को लगता है कि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाएगा। उन्होंने यह भी कहा, 'डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं और उनकी मांग सिर्फ पंजाब के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है। इसे पूरा करना आसान नहीं है। केंद्र सरकार पंजाब के लिए हर मांग मानने को तैयार है, लेकिन डल्लेवाल देश के लिए आवाज उठा रहे हैं।'
टमाटर उत्पादन पर सवाल: “पंजाब क्यों नहीं?”
बिट्टू ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए टमाटर उत्पादन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र बड़ी मात्रा में टमाटर पेस्ट का उत्पादन कर सकता है, तो पंजाब क्यों नहीं? उन्होंने पंजाब में टमाटर उत्पादन बढ़ाने के लिए एक विस्तृत योजना पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि राजपुरा में हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का संयंत्र हर साल 11,423 मीट्रिक टन टमाटर पेस्ट की मांग करता है, लेकिन पंजाब से सिर्फ 50 मीट्रिक टन की आपूर्ति हो रही है। इस अंतर को पाटने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू), पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज और अन्य हितधारकों को साथ लाने की योजना है। उन्होंने पीएयू को हाइब्रिड टमाटर के बीज विकसित करने का प्रस्ताव दिया ताकि अंतरराष्ट्रीय मानकों के टमाटर उगाए जा सकें।
एकता पर सवाल, समर्थन पर दावा
किसानों की एकता पर सवाल उठाते हुए बिट्टू ने कहा, 'इस समय सभी किसान संगठनों को डल्लेवाल के साथ खड़ा होना चाहिए। अगर किसान मुझसे संपर्क करते, तो हम समाधान निकाल सकते थे। लेकिन आज किसान संगठनों में एकजुटता नहीं है।'
डल्लेवाल का आंदोलन और केंद्र की स्थिति
जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो इस आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक हैं, ने अपने आंदोलन को पंजाब की सीमाओं से परे देशव्यापी बनाने का संदेश दिया है। बिट्टू ने इसे सराहा, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि डल्लेवाल की मांगें इतनी व्यापक हैं कि उन्हें पूरा करना आसान नहीं है।
क्या पंजाब महाराष्ट्र जैसा बन सकता है?
पंजाब के किसानों को नई दिशा देने के लिए टमाटर उत्पादन बढ़ाने का सुझाव देकर बिट्टू ने एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म दिया है। यह साफ है कि टमाटर उत्पादन में पंजाब की क्षमता बढ़ाने से किसानों को आर्थिक मजबूती मिल सकती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसान संगठनों में एकता हो और वे सरकार के साथ मिलकर समाधान की दिशा में आगे बढ़ें। बिट्टू के बयानों से यह सवाल खड़ा होता है कि क्या वे वास्तव में किसानों के साथ हैं, या उनकी एकता पर सवाल उठाकर आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं। किसानों को अब तय करना होगा कि वे अपने मुद्दों पर समाधान के लिए कितनी मजबूती से आगे बढ़ते हैं। First Updated : Saturday, 11 January 2025