मेरठ थाने में किसानों का अनोखा धरना: दिन में आंदोलन, रात में डांस, Video

Meerut News: मेरठ के परतापुर थाने पर भारतीय किसान यूनियन ने कब्जा कर लिया है. इस दौरान किसानों की तरफ से धरना प्रदर्शन जारी है. किसानों की मांग है कि गन्ना समिति के डेलीगेट के चुनाव को निरस्त कर दोबारा कराया जाए. इस बीच किसान अपने मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रख रखे हुए हैं. बीते दिन सोमवार शाम को किसानों ने थाने में भोजन करने के साथ जमकर डांस भी किया.

calender

Meerut News: गन्ना समिति के डेलिगेशन में धांधली को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने मेरठ के परतापुर थाने का घेराव कर लिया है. इस दौरान किसानों का धरना प्रदर्शन आज यानी मंगलवार को भी जारी है. इस बीच किसान अपने मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रख रखे हुए हैं. बीते दिन सोमवार शाम को किसानों ने थाने में भोजन करने के साथ जमकर डांस भी किया. किसानों की मांग है कि गन्ना समिति के डेलीगेट के चुनाव को निरस्त कर दोबारा कराया जाए. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गन्ना समिति के डेलीगेट के चुनाव की प्रक्रिया इस समय चल रही है, और पर्चे भरे जा चुके हैं.  इस बीच, किसानों का धरना जारी है, जिसमें वे आरोप लगा रहे हैं कि सरकार के दबाव में 102 पर्चे नियमों के खिलाफ खारिज किए गए हैं. किसान मेरठ के परतापुर थाने में पिछले चार दिनों से धरना दे रहे हैं, जहां वे सोना, जागना, खाना-पीना और नाच-गाना कर रहे हैं. 

'थाने में नाच गाने का किया गया आयोजन' 

इस बीच सोमवार रात, किसानों ने थाने में नाच-गाने का आयोजन किया. उन्होंने मस्ती से समय बिताया, कुछ किसान ठुमके लगा रहे थे और कुछ जमीन पर लेटकर नाचते नजर आए. इस नाच-गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें किसान नाचते हुए और पुलिस को सिर्फ दर्शक बने हुए देखा जा सकता है. 

'थाने में किसानों ने बिछाए गद्दे'

किसानों ने थाने में गद्दे बिछा रखे हैं और शाम होते ही खाना पकाना शुरू कर देते हैं. वे वहीं भोजन कर रहे हैं और नाच-गा रहे हैं, जबकि पुलिस चुपचाप बैठी है. किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, वे धरना खत्म नहीं करेंगे. किसान नेता विजयपाल सिंह ने आमरण अनशन शुरू किया है, जो अब चार दिन पूरे कर चुका है. 

मामले पर क्या बोले मेरठ के DM?

मेरठ के डीएम दीपक मीणा ने  किसानों से बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे.  उन्होंने कहा कि चुनाव को रद्द किया जाए, क्योंकि यह चुनाव किसानों का है और इसमें किसी का दबाव नहीं स्वीकारा जाएगा.  डीएम ने बताया कि उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया है और बातचीत जारी है. First Updated : Tuesday, 01 October 2024