यूपी उपचुनाव: 90 उम्मीदवारों की टक्कर, कांग्रेस ने किया बड़ा ऐलान!
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में पांच उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है, जिससे अब कुल 90 उम्मीदवार चुनावी मैदान में रह गए हैं. ये उपचुनाव नौ सीटों पर 13 नवंबर को होंगे. कांग्रेस ने इन सीटों पर अपने उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया है और सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. क्या भाजपा अपनी स्थिति बनाए रखेगी या विपक्ष में नई ताकत उभरेगी? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर!
UP By-Election: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव का माहौल गरमाता जा रहा है. पांच उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद अब कुल 90 उम्मीदवार चुनावी मैदान में रह गए हैं. यह उपचुनाव नौ विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाला है और इसकी सभी तैयारियां जोरों पर हैं.
चुनाव आयोग ने 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच पूरी की और अंतिम तारीख 30 अक्टूबर तय की थी. इस प्रक्रिया के बाद कुछ निर्दलीय और पार्टी के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया. कुंदरकी सीट से दो निर्दलीय उम्मीदवार—जयवीर सिंह और बृजानंद, मीरापुर से शाह मोहम्मद राणा (निर्दलीय), सीसामऊ से मोहम्मद आफताब शरीफ (राष्ट्रवादी जनतांत्रिक पार्टी) और कटेहरी से कृष्णावती (राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी) ने अपने नाम वापस लिए हैं.
यह उपचुनाव उन सीटों पर हो रहा है, जो हाल में खाली हुई हैं. इनमें से अधिकांश सीटें लोकसभा चुनाव के दौरान विधायकों के सांसद चुने जाने से खाली हुई हैं. खासतौर पर, सीसामऊ सीट पर सपा विधायक इरफान सोलंकी की अयोग्यता के चलते उपचुनाव हो रहा है, जो एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए गए थे.
कांग्रेस का सहयोग
इस बार कांग्रेस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए इन नौ विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया है. पार्टी ने यह घोषणा की है कि वह सपा उम्मीदवारों और ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य दलों को बिना शर्त सहयोग करेगी. यह निर्णय सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान के एक दिन बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी उम्मीदवार सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर लड़ेंगे.
भाजपा की तैयारी
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन नौ में से आठ सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भाजपा अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी में है. अब देखना होगा कि ये चुनाव किस दिशा में बढ़ते हैं और कौन सी पार्टी इन सीटों पर कब्जा जमा पाएगी.
मतदान और मतगणना
यूपी विधानसभा उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी. सभी पार्टियों ने अपनी रणनीतियों को तैयार करना शुरू कर दिया है और अब बस चुनावी नतीजों का इंतजार है.
यह उपचुनाव न केवल राजनीतिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देखने के लिए भी दिलचस्प होगा कि इस बार जनता का मूड किस ओर है. सभी पार्टियों ने इस चुनाव को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है और अब चुनावी मैदान सज चुका है.