उत्तर प्रदेश के तीन जिलों आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज में कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक के फैसले में इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। तीनों जिलों में आज से ही कमिश्नरेट की तैनाती होगी।
कैबिनेट की बैठक में 16 प्रस्तावों पर मंजूरी दी गई है। शुक्रवार को योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश के तीन और ज़िलों में कमिश्नरेट के गठन का रास्ता साफ हो गया है। गाजियाबाद, आगरा और इलाहाबाद को कमिश्नरेट बनाए जाने के प्रस्ताव को योगी कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इन तीनों जिलों में आज ही कमिश्नर की तैनाती की जाएगी।
बता दें कि यूपी के सात महानगरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू हुई है। सबसे पहले लखनऊ में सुजीत पांडे और नोएडा में आलोक सिंह को पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। इसके बाद 26 मार्च 2021 को दूसरे चरण में कानपुर और वाराणसी में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी।
गौरतलब हो कि गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट बनाने की पहले से ही योगी सरकार की तैयारी चल रही थी। इसके लिए पुलिस महानिदेशक ने गृह विभाग को एक प्रस्ताव भेजकर इन तीनों महानगरों में पुलिस कमिश्नरेट बनाने की मांग की थी।
कैबिनेट बैठक में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि 23 बड़े शहरों के बस स्टैंड पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे। जिनमें लखनऊ, आगरा, प्रयागराज के दो-दो बस स्टैंड शामिल है। उन्हें हवाई अड्डे की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। जिनमें यात्रियों के ठहरने के लिए होटल की व्यवस्था होगी। साथ ही रेस्तरां और बाजार भी होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में सभी 75 जिलो में इसे लागू किया जाएगा। First Updated : Friday, 25 November 2022