घोर कलयुग! पैसों के लिए भाई-बहन ने रचाई शादी, सामूहिक विवाह योजना में हुआ फर्जीवाड़ा
UP News: यूपी से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां महाराजगंज जिले में इसी महीने सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था जिसमें भाई-बहन ने शादी रचाई है. जानकारी के मुताबिक, सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए भाई-बहन ने आपस में शादी कर ली है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब अधिकारियों ने कार्रवाई की.
UP News: उत्तर प्रदेश के हाथरस से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां भाई-बहन ने सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए शादी रचा ली. इस बात का खुलासा तब हुआ जब गांव के लोगों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई. शिकायत दर्ज होने के बाद स्थानीय एस.डी.एम. ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए. इस मामले में घोटाले की साजिश रचने के आरोप में नगर पालिका कर्मचारी पर कार्रवाई की गई है.
बता दें कि यूपी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत, विवाहित जोड़ों को 51,000 रुपये दिए जाते हैं. इनमें से 35,000 रुपये दुल्हन के बैंक खाते में भेजे जाते हैं और इसके अलावा, 10,000 रुपये उपहार के रूप में और 6,000 रुपये विवाह समारोह की व्यवस्था के लिए दिए जाते हैं. इसी लाभ के लालच में भाई ने बहन से शादी की. इतना ही नहीं पहले से शादीशुदा महिलाओं और कई बच्चों की मांओं ने भी शादी की.
हाथरस में आयोजित किया गया था सामूहिक विवाह
15 दिसंबर 2023 को हाथरस में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन हुआ था जिसमें 217 जोड़े की शादी कराई गई. रिपोर्ट्स के अनुसार, सिकंदराराव के दो विवाहित जोड़ों का सामुदायिक विवाह योजना के तहत दोबारा विवाह कराया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, एक सरकारी कर्मचारी ने वित्तीय लाभ के लिए इस योजना का फायदा उठाने के लिए इन फर्जी शादियों की योजना बनाई. भाई और बहन की शादी करने की शिकायत के बाद, एसएमडी वेद सिंह चौहान ने विस्तृत जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
धोखाधड़ी रोकने के लिए सरकार बना रही योजना
बता दें कि यूपी से अक्सर सामुहित विवाह में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा का मामला सामने आते रहता है. इस योजना में धोखाधड़ी को रोकने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार योजना बना रही है. यूपी की योगी सरकार नवविवाहित जोड़ों के विवरण को डीबीटी और आधार से जोड़ने की योजना बना रही है. इससे फर्जी शादी पर रोक लगाई जा सकेगी.