UP: स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है वे सही समय पर बयान देंगे
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस और साधु- संतों पर दिए गए अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं से बने हुए है। अब समाजवादी राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी दफ्तर में तलब किया है। समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य से जब पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव रामचरितमानस पर
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस और साधु- संतों पर दिए गए अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं से बने हुए है। अब समाजवादी राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी दफ्तर में तलब किया है। समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य से जब पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव रामचरितमानस पर अपने बयान के साथ खड़े हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य से जब पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव रामचरितमानस पर अपने बयान के साथ खड़े हैं तो उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वह सही समय पर बयान देंगे। उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव से मेरे सभी मुद्दों पर बात हुई। समाजवादी पार्टी एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि इस देश के एससी, एसटी और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए पार्टी सबसे पहले जाति आधारित जनगणना की मांग करेगी. इसके लिए हम केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।
Akhilesh Yadav is the national president of our party. He will make a statement at the right time: Samajwadi Party MLC Swami Prasad Maurya when asked if Akhilesh Yadav stands with his statement on Ramcharitmanas pic.twitter.com/OkTlZf5s6o
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 28, 2023
उन्होंने आगे कहा कि अह इस बात को सुनिश्चित करने के लिए रणनिति बन चुकी है। भारतीय संविधान ने इस देश के अनुसुचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग को आरक्षण का अधिकार दिया है। भारतीया जनता पार्टी उसको किसी भी हालत में खत्म नहीं कर सकती है। अगर समाप्त कर सकती है तो एक बड़ा आंदोलन होगा जो भारतीय जनता पार्टी के सफाए तक चलता रहेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बयान में बताया कि सनातन धर्म हमारा राष्ट्रीय धर्म पर इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस सब का जवाब नेता विरोधी दल के तौर पर अखिलेश यादव विधानसभा में उनके सामने देंगे, जिन्होंने सनातन धर्म पर वकालत की है।