मेरठ कॉलेज में परीक्षा प्रश्न को लेकर बवाल, RSS को आतंकी संगठनों से जोड़ा
Meerut College RSS controversy: उत्तर प्रदेश के मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े एक कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रश्न पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. आरोप है कि प्रश्न पत्र में एक सवाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को कथित तौर पर आतंकी संगठनों के साथ जोड़ा गया. इस मामले में प्रश्न पत्र तैयार करने वाली प्राध्यापक को सभी परीक्षा और मूल्यांकन कार्यों से हटा दिया गया है.

Meerut College RSS controversy: उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े एक महाविद्यालय की प्राध्यापक द्वारा तैयार किए गए राजनीति विज्ञान के प्रश्न पत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को कथित रूप से आतंकी संगठनों के साथ जोड़ने पर विवाद खड़ा हो गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित प्राध्यापक को सभी परीक्षा और मूल्यांकन कार्यों से प्रतिबंधित कर दिया है.
यह विवाद तब सामने आया जब विश्वविद्यालय में दूसरे सेमेस्टर की राजनीति विज्ञान की परीक्षा 2 अप्रैल को आयोजित की गई, जिसमें एक सवाल में RSS का उल्लेख नक्सलियों, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट और दल खालसा जैसे संगठनों के साथ किया गया था. जैसे ही यह बात सामने आई, छात्रों और विभिन्न संगठनों में आक्रोश फैल गया.
विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के 2ed सेमेस्टर की परीक्षा में RSS पर आपत्तिजनक सवालों से विवाद खड़ा हो गया.
— Shekhar Upadhyay 🇮🇳 (@ShekharUpLive) April 4, 2025
प्रश्न 87 और 97 में RSS को धार्मिक-जातीय राजनीति और नक्सली समूहों के साथ जोड़ा गया। RSS पदाधिकारियों की आपत्ति के बाद मेरठ कॉलेज की शिक्षिका को आजीवन डिबार कर दिया गया pic.twitter.com/QRxWvCzMWJ
ABVP ने किया विरोध प्रदर्शन
प्रश्न पत्र के सामने आते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान ABVP कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की.
प्रश्न पत्र तैयार करने वाली प्राध्यापक ने मांगी माफी
इस विवादास्पद प्रश्न पत्र को मेरठ कॉलेज की राजनीति विज्ञान प्राध्यापक सीमा पंवार ने तैयार किया था. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार वर्मा ने जानकारी दी कि प्रोफेसर सीमा पंवार ने अपने कृत्य के लिए लिखित रूप से माफ़ी मांगी है. वर्मा ने कहा कि,उन्होंने भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए खेद व्यक्त किया है और कहा है कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था.
परीक्षा व मूल्यांकन कार्य से हटाई गई प्राध्यापक
विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर सीमा पंवार को अब भविष्य में किसी भी परीक्षा या मूल्यांकन कार्य में शामिल न करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय की पुष्टि करते हुए रजिस्ट्रार वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसी घटनाओं को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और आगे ऐसी कोई गलती न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ प्रश्न पत्र
विवादित प्रश्न वाला यह प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है, जिससे लोगों में नाराजगी और बहस का माहौल बन गया है. इस विवाद को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है और कहा है कि जल्द ही इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.