वराछा: पाटीदार के गढ़ में भाजपा, कांग्रेस व आप के प्रत्याशियों ने दिखाया दम, रैली से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने का आज अंतिम दिन होने के कारण सभी प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ फार्म भरने के लिए निकले। सबसे ज्यादा हंगामा वराछा विधानसभा में देखने को मिला। आज के हालात से भाजपा, आप और कांग्रेस की जबरदस्त भिड़ंत साफ दिख रही थी। वराछा में चुनाव की स्थिति जमी होने के कारण तीनों दलों के प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन की तरह रैलियां कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने का आज अंतिम दिन होने के कारण सभी प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ फार्म भरने के लिए निकले। सबसे ज्यादा हंगामा वराछा विधानसभा में देखने को मिला। आज के हालात से भाजपा, आप और कांग्रेस की जबरदस्त भिड़ंत साफ दिख रही थी। वराछा में चुनाव की स्थिति जमी होने के कारण तीनों दलों के प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन की तरह रैलियां कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया।
मनगढ़ चौक वराछा विधानसभा सीट का केंद्र माना जाता है। यहाँ इस प्रकार की चर्चा है। उनकी पूरी सभा में माहौल है। मनगढ़ चौक कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है। सरदार पटेल की प्रतिमा को फहराने के लिए आज एक के बाद एक तीनों राजनीतिक दलों के प्रत्याशी यहां आते दिखे। कोई भी राजनीतिक दल यहां आए बिना आगे जाने का जोखिम नहीं उठा सकता। इस वजह से यहां राजनीतिक तौर पर भी झुकना जरूरी है।
मानगढ़ चौक पर कांग्रेस प्रत्याशी पप्पन तोगड़िया बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे। कई कार्यकर्ता रैली के रूप में उनके साथ वाहन रैली में शामिल हुए। विपक्षी दल के नेता रहे तोगड़िया के साथ कार्यकर्ताओं का एक दल भी शामिल हो गया।
मानगढ़ चौक पर पाटीदार रिजर्व आंदोलन समिति का आंदोलन ऐतिहासिक रहा। अल्पेश कथीरिया आंदोलनकारी चेहरों में से एक हैं जिन्होंने समाज के मुद्दे को आगे बढ़ाया। आंदोलन के बाद अब यह भी राजनीतिक रंग में आ गया है, आम आदमी पार्टी से उम्मीदवारी की घोषणा के बाद आज वह नामांकन पत्र भरने निकले। सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समर्थकों से नामांकन पत्र भरा।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद भाजपा प्रत्याशी कुमार कनानी मानगढ़ चौक पहुंचे। उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा को प्रणाम किया और फुलहार के साथ आगे बढ़े। भारतीय जनता पार्टी ने भी ताकत दिखाई है और इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए रखा है। इस तरह का संदेश देने की कोशिश की।
आज के नजारे को देखकर साफ है कि तीनों पार्टियां मैदान में बराबर की ताकत लगाएंगी। कुमार कनानी की लोकप्रियता एक तरफ तो युवाओं में आम आदमी पार्टी की काबिलियत और दूसरी तरफ कांग्रेस का जाना माना चेहरा, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार इस विधानसभा सीट पर जमकर मुकाबला होगा। मतदाता सभी राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर भी करीब से नजर रख रहे हैं। वराछा सीट पर वोटरों का करंट भारी देखने को मिल रहा है। लेकिन इस बार साफ है कि चुनाव एकतरफा नहीं होगा।