Telangana News: तेलंगाना के सिकंदराबाद में हिंदुओं द्वारा आयोजित एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों को माँ मुथ्यलम्मा मंदिर पर हमलों के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करने पर पीटा गया. यह घटना क्षेत्र में मंदिरों पर हो रहे हमलों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान हुई, जिसके कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहने के इरादे से शुरू हुआ, लेकिन अचानक हिंसा में बदल गया जब प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की तरफ से हमला किया गया. वे मंदिरों के प्रति बढ़ती दुश्मनी के खिलाफ रैली कर रहे थे, इस पूरे मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसने क्षेत्र में धार्मिक सहिष्णुता और सुरक्षा पर सवाल खड़े करके रख दिए हैं.
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने मंदिरों पर हो रहे हमलों के विरोध में तेलंगाना बंद का आह्वान किया था. इस दौरान, प्रदर्शनकारियों का एक समूह मंदिर के सामने धरना देकर मांग करने लगा कि हमलों में शामिल व्यक्ति को उनके हवाले किया जाए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, धरने के दौरान, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पानी की बोतलें और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
इस घटनाक्रम पर भाजपा ने पुलिस के लाठीचार्ज की निंदा की है, पार्टी के विधायक राजा सिंह ने मांग की है कि उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए, जिन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर लाठीचार्ज किया.
14 अक्टूबर को एक व्यक्ति ने श्री मुथ्यलम्मा मंदिर में घुसकर मुख्य मूर्ति को अपवित्र करने का काम किया था. स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर उसकी पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने आरोपी की पहचान सलमान सलीम ठाकुर उर्फ़ सलमान के रूप में की, जो मुंबई के पास मुंब्रा का निवासी है.
जांच में पता चला कि यह 30 वर्षीय व्यक्ति एक महीने तक चलने वाली व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में भाग लेने के लिए हैदराबाद आया था. 14 अक्टूबर को सुबह करीब 4:30 बजे, सलमान कुम्मारगुडा स्थित मंदिर के गर्भगृह में घुस गया और मूर्ति को नुकसान पहुंचाया. First Updated : Saturday, 19 October 2024