नवरात्रि के बाद वनंतरा रिजॉर्ट आते वीआईपी, अंकिता भंडारी मर्डर केस में एसआईटी ने खोले सनसनीखेज राज

अंकिता मर्डर केस की जांच में एक और अहम बात सामने आ रही है। बताया जा रहा कि वनंतरा रिजॉर्ट में अक्टूबर पहले हफ्ते के आखिर में कुछ वीआईपी गेस्ट आने वाले थे

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उत्तराखंड। अंकिता मर्डर केस की जांच में एक और अहम बात सामने आ रही है। बताया जा रहा कि वनंतरा रिजॉर्ट में अक्टूबर पहले हफ्ते के आखिर में कुछ वीआईपी गेस्ट आने वाले थे। इसके लिए वहां बड़ी पार्टी के आयोजन की तैयारी थी। लिहाजा, एसआईटी इन वीआईपी गेस्ट का पता लगा रही है।

पुलिस मुख्यालय के मुख्य प्रवक्ता एडीजी वी. मुरुगेशन ने बताया कि जांच में ऐसी बातें आ रही हैं कि अक्टूबर के पहले सप्ताह के आखिर में वहां कुछ बड़ी बुकिंग थी। वहां कौन लोग आने वाले थे, इसकी जांच की जा रही है। अगर उनका इस मामले से कोई लिंक जुड़ा तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी।

वनंतरा रिजॉर्ट में काले रंग की एक गाड़ी की बात भी सामने आ रही है, उसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों की रिमांड के दौरान पूछताछ में अब तक की पूरी कहानी लगभग सही साबित हुई है।

नौकरी दिलवाने वाला दोस्त जांच के दायरे में -

एसआईटी सूत्रों ने बताया कि इस हत्याकांड की जांच का दायरा अंकिता के दोस्त तक भी पहुंच गया है। पुलिस अभी उसकी ओर से दी गई चैटिंग की जांच-पड़ताल कर रही। इसके अलावा उसकी लोकेशन, नौकरी दिलवाने और आरोपियों से संपर्क की भी जांच की जा रही है। नौकरी दिलवाना और उसके बाद अंकिता के घरवालों को बताए बिना उसे लेने आने की बात कहने की जांच तेजी से हो रही है।

रिजॉर्ट की निगरानी का सिस्टम बनाएं -

पूर्व सीएम हरीश रावत ने अंकिता हत्याकांड को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, इस केस में बार-बार किसी वीआईपी का जिक्र आ रहा है। सरकार को जल्द से जल्द इसका खुलासा करना चाहिए। साथ ही जहां तहां बन रहे रिजॉर्ट की निगरानी का भी सख्त सिस्टम बनाना होगा। यह देखा जाना चाहिए कि आखिर कौन लोग हैं, जो यहां इस प्रकार रिजॉर्ट तैयार कर रहे हैं। और, इनका क्या उपयोग हो रहा है? उन्होंने साफ कहा कि पर्यटन के नाम पर अपसंस्कृति को कदम रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

आरोपियों पर साक्ष्य को मिटाने का भी मुकदमा -

एडीजी ने बताया कि इस मामले में हत्या के अलावा साक्ष्य मिटाने की धारा आईपीसी-201 के तहत भी मुकदमा चलाया गया है। उन्होंने साफ किया कि जांच में जो लोग भी संलिप्त पाए जाएंगे, उनके नाम भी इस मुकदमे में जोड़े जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस हत्या से लेकर बुलडोजर चलाने समेत तमाम पहलुओं पर जांच कर रही है।

पुलिस को फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार -

एडीजी के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तमाम गवाहों के बयान भी यही संकेत दे रहे हैं कि इस रिजॉर्ट के काले-कारनामे छिपाने के लिए अंकिता की हत्या की गई। हालांकि, अभी जांच जारी है और इसमें तीन से चार सप्ताह का वक्त लग सकता है। उन्होंने बताया कि अभी फॉरेंसिक रिपोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी मिलने हैं, जो इस मुकदमे को और पुख्ता करेंगे। First Updated : Tuesday, 04 October 2022