IAS सुजाता कार्तिकेयन ने दिया इस्तीफा, वीके पांडियन की पत्नी ने क्यों छोड़ी प्रशासनिक सेवा?
IAS Sujata Karthikeyan: ओडिशा कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुजाता आर कार्तिकेयन ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली है. सुजाता कार्तिकेयन वीके पांडियन की पत्नी हैं. केंद्र सरकार ने उनके अनुरोध को मंजूरी दे दी है. कार्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी थीं. उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन किया था.

IAS Sujata Karthikeyan: वरिष्ठ ओडिशा कैडर की आईएएस अधिकारी सुजाता आर कार्तिकेयन, जो बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक के पूर्व करीबी सहयोगी वीके पांडियन की पत्नी हैं, को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) की अनुमति मिल गई है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने उनके VRS के अनुरोध को मंजूरी दे दी है.
कार्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी थीं. उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन किया था. इस फैसले के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या वह भी अपने पति की तरह राजनीति में कदम रखेंगी. इससे पहले उनके पति वीके पांडियन ने अक्टूबर 2023 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दिया था. वे बीजू जनता दल (BJD) में शामिल हुए थे, लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया.
केंद्र सरकार ने दी VRS की मंजूरी
केंद्र सरकार की ओर से ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा को अधिसूचना भेजकर सूचित किया गया कि सुजाता कार्तिकेयन के VRS आवेदन को स्वीकार कर लिया गया है. पत्र में कहा गया, "... यह सूचित किया जाता है कि केंद्र सरकार ने सुजाता आर कार्तिकेयन, आईएएस (RR-2000) के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति अनुरोध को 13.03.2025 से प्रभावी रूप से मंजूर कर लिया है, AIS (DCRB) नियम, 1958 के नियम 16 (2A) के तहत तीन महीने की अनिवार्य नोटिस अवधि में छूट देते हुए. इसके अलावा, ओडिशा सरकार से इस संबंध में आवश्यक 'अधिसूचना' जारी करने का अनुरोध किया जाता है."
वित्त विभाग में थीं विशेष सचिव
सुजाता कार्तिकेयन ओडिशा सरकार के वित्त विभाग में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत थीं. उनके इस्तीफे को लेकर प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि यह फैसला उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से लिया या इसके पीछे कोई अन्य कारण है. मई 2024 में, चुनाव आयोग ने सुजाता कार्तिकेयन का तबादला कर दिया था और उन्हें एक ऐसे विभाग में भेजने का आदेश दिया था, जहां वे सीधे जनता से संपर्क में न रहें. यह कदम उनके पद के दुरुपयोग के आरोपों के बाद उठाया गया था. तब वह मिशन शक्ति विभाग में कमिश्नर-कम-सचिव के पद पर कार्यरत थीं.
बीजेडी की हार के बाद छुट्टी पर गईं थीं
2024 के चुनाव में बीजू जनता दल की हार के बाद, कार्तिकेयन ने छह महीने की छुट्टी ले ली थी. उन्हें 26 नवंबर 2024 तक अवकाश दिया गया था, लेकिन जब उन्होंने इसे बढ़ाने की अर्जी दी, तो राज्य की भाजपा सरकार ने इसे खारिज कर दिया. उनके इस्तीफे के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वे भी अपने पति की तरह राजनीति में प्रवेश करेंगी या किसी अन्य क्षेत्र में नई शुरुआत करेंगी. हालांकि, अब तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.