Accident Near Nahakal Mandir Ujjain: उज्जैन में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने स्थित गणेश मंदिर के पास एक दीवार गिर गई. इस हादसे में वहां बैठे लगभग छह लोग मलबे में दब गए. घटना के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस व प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया. दबे हुए लोगों को निकालकर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक महिला और एक अज्ञात युवक को मृत घोषित कर दिया. घायलों का इलाज चल रहा है.
शुक्रवार की सुबह से उज्जैन में बादल छाए हुए थे. दोपहर के बाद भारी बारिश शुरू हो गई, जिससे सड़कों पर पानी भरकर तालाब जैसा नजारा बन गया. भारी बारिश के कारण ही प्राचीन उत्तर मुखी द्वार के सामने और दत्त मंदिर के पास महाराज वाडा स्कूल की एक दीवार गिर गई. बताया जा रहा है मलबे में दबने वाले ज्यादा लोग कंठी माला बेचने वाले थे.
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने जानकारी दी कि दीवार पुराने महाराज वाडा स्कूल की थी जो लगातार हो रही बारिश के कारण ढह गई. उन्होंने बताया कि इस हादसे में छह लोग दीवार के नीचे दब गए थे, जिन्हें बचाया गया, लेकिन उनमें से दो लोगों की मौत हो गई. कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि घायलों का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है और तीन घायलों तथा एक मृतक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं.
मार्च महीने में होली के दौरान भी महाकाल मंदिर के गर्भगृह में बड़ा हादसा हुआ था. भस्म आरती के समय गुलाल उड़ाने के दौरान आग लगने से 14 पुजारी और सेवक घायल हो गए थे. इनमें से एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि उज्जैन में महाराजवाड़ा स्कूल के पास दीवार गिरने से हुई इस दुखद घटना में दो लोगों की मृत्यु अत्यंत ही दुखद है. मैंने घायलों को उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.