भगवा को चेताया! मस्जिद पर 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर, फोटो पर बवाल

Warning To Bhagwa Sanatan In Indore: इंदौर में कुछ दिनों पहले पटाखे जलाने को लेकर हुए विवाद के बाद एक और मामसा सामने आया है. यहां एक मस्जिद में 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर लगाया गया था. इस पर विवाद गरमा गया. हालांकि, पुलिस ने कहा कि पोस्टर हटा लिया गया है.

Warning To Bhagwa Sanatan In Indore: इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुआ विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को, विधायक के बेटे और हिंद रक्षक संस्था से जुड़े एकलव्य सिंह गौड़ ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की. इसमें उन्होंने लिखा कि कागदीपुरा क्षेत्र की एक मस्जिद पर लगा 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर प्रशासन की शांति व्यवस्था को चुनौती दे रहा है.

इसके अलावा, छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को पटाखे फोड़ने की मामूली बात पर विवाद हो गया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपित शानू और सलमान के खिलाफ रासुका लगाई है. इसे लेकर 14 लोगों के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया गया है. वहीं 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

जिहादी मानसिकता का आरोप

एकलव्य सिंह गौड़ ने सवाल उठाया कि ऐसे पोस्टर लगाने की अनुमति आखिर किसने दी, जो शहर में अशांति फैलाने का उद्देश्य रखते हैं. उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। गौड़ का कहना है कि इस पोस्टर में युद्ध का दृश्य दिखाया गया है, जिसमें भगवा झंडा थामे हुए सेना को दर्शाया गया है. इसे सनातन धर्म को चेतावनी बताया जा रहा है.

दारुल इस्लाम और दारुल हरब की अवधारणा

गौड़ ने पोस्टर की सामग्री की व्याख्या करते हुए बताया कि इसमें इस्लामिक धार्मिक विचार को दो हिस्सों में बांटा गया है. एक दारुल इस्लाम, जहां इस्लाम को मानने वाले रहते हैं और दूसरा दारुल हरब जिसे इस्लाम में जीतने का लक्ष्य बताया गया है. इस तरह के संदेशों को गौड़ ने संजीदा खतरे के रूप में देखा.

गजवा-ए-हिंद का उद्देश्य

गजवा-ए-हिंद में ‘गजवा’ का अर्थ है इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग. इसमें हिस्सा लेने वाले लड़ाकों को ‘गाजी’ कहा जाता है. संक्षेप में इसका मतलब जंग के जरिए इस्लाम की स्थापना करना है. गौड़ ने कहा कि गजवा-ए-हिंद का अर्थ है भारत को जंग के जरिए इस्लामिक राष्ट्र बनाना. यह कोई मामूली हरकत नहीं है बल्कि एक अभियान है, जो इस्लामी शासन स्थापित करने का उद्देश्य रखता है.

प्रशासन और पुलिस का रुख

गौड़ ने सोशल मीडिया पर पोस्टर साझा करते हुए लिखा कि कागदीपुरा की मस्जिद पर लगा 'गजवा-ए-हिंद' का पोस्टर शांति भंग कर रहा है. उन्होंने प्रशासन से इस मामले में कठोरतम कार्रवाई की अपील की. विवाद बढ़ने के बाद पुलिस अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट की है. डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि यह मामला पुलिस हस्तक्षेप के योग्य नहीं है, क्योंकि यह मोहर्रम के समय से लगा कर्बला का पोस्टर है. मुस्लिम समुदाय ने इस पोस्टर को रविवार शाम को ही हटा दिया था.

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04 November 2024, 01:35 PM IST

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