क्या नागपुर हिंसा में बांग्लादेश का हाथ? साइबर सेल की जांच में बड़ा खुलासा

नागपुर हिंसा के बाद पुलिस साइबर सेल ने बांग्लादेश से जुड़ी सोशल मीडिया पोस्ट्स का खुलासा किया, जो हिंसा को भड़काने के लिए फैलाई गई थी. अब तक 97 फर्जी पोस्ट्स की पहचान की गई है और 200 से ज्यादा लोगों को हिंसा और अफवाह फैलाने के आरोप में चिन्हित किया गया है.

नागपुर हिंसा के बाद पुलिस की साइबर सेल ने जांच में हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं. साइबर सेल ने पाया कि हिंसा से जुड़े कई सोशल मीडिया पोस्ट बांग्लादेश से किए गए थे. अब तक 97 सोशल मीडिया पोस्ट को फर्जी और भड़काऊ पाया गया है, जिसने हिंसा को बढ़ावा दिया. इन पोस्ट्स के पीछे एक फेसबुक अकाउंट के लिंक मिले हैं, जो हिंसा को और भड़काने का प्रयास कर रहे थे.

साइबर सेल ने बांग्लादेशी आईपी एड्रेस से जुड़े कई कंप्यूटरों की पहचान की है, जिनसे इन भड़काऊ पोस्ट्स को फैलाया गया था. पुलिस ने इस मामले में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में चार FIR दर्ज की हैं. इसके साथ ही, पुलिस ने करीब 200 लोगों की पहचान की है जो हिंसा और अफवाहों से जुड़े हुए हैं, और 1000 और लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने इस मामले की जांच को तेज करने के लिए 18 टीमों का गठन किया है.

नागपुर हिंसा का कारण

नागपुर में हिंसा का सिलसिला उस समय शुरू हुआ जब औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. बताया जा रहा है कि कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने मुगल सम्राट औरंगजेब के पुतले जलाए थे, जिससे कुरान के अपमान की अफवाह फैल गई और कई समुदायों के बीच टकराव हुआ. इसके बाद, बड़े पैमाने पर आगजनी, पत्थरबाजी और पुलिसकर्मियों पर हमले हुए. इस हिंसा में 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए और कई वाहन और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा.

पुलिस का कड़ा कदम

हिंसा के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन ने कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया और 1,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की. साथ ही, पुलिस ने इस हिंसा के मास्टरमाइंड के तौर पर माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी के स्थानीय नेता शमीम खान को गिरफ्तार किया है. नागपुर हिंसा के मामले में पुलिस की कई टीमें जांच कर रही हैं, लेकिन हिंसा में शामिल कुछ आरोपी अभी भी फरार हैं. इसी बीच, नागपुर पुलिस की साइबर सेल सक्रिय हो गई है और वो सोशल मीडिया पोस्ट्स, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए इन आरोपियों की पहचान कर रही है.

अब तक नागपुर पुलिस ने 90 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है और साइबर सेल की मदद से फरार आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस के पास जो चित्र और वीडियो उपलब्ध हैं, उनके आधार पर ये आरोपित गिरफ्तार किए जा रहे हैं.

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20 March 2025, 01:57 PM IST

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