Greater Noida: देश में जनता पहले से ही मंहगाई की मार झेल रही है, ऐसे में ग्रेटर नोएडा में जल शुल्क में बी बढ़ोत्तरी करने का ऐलान कर दिया गया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एक एक अधिकारी के अनुसार, यह फैसला उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया था, जिसका उद्देश्य आवश्यक सुधारों को सुविधाजनक बनाते हुए असुविधा को कम करना था. बढ़ी हुई टैरिफ से पानी की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में मदद मिलने की उम्मीद है.
संशोधित टैरिफ के तहत, उपभोक्ताओं के हिसाब से अलग-अलग मासिक शुल्क लगेगा. उदाहरण के लिए, 61 से 120 वर्ग मीटर तक के प्लॉट वाले लोगों को 286 रुपये मासिक शुल्क देना होगा, जबकि 501 से 1,000 वर्ग मीटर तक के प्लॉट वाले लोगों को 1,714 रुपये प्रति माह का भुगतान करना होगा. वहीं, 1,000 वर्ग मीटर से अधिक के भूखंड के मालिकों को 1,999 रुपये मासिक शुल्क देना पड़ेगा.
इसके अलावा, 100 वर्ग मीटर से 61 एकड़ तक के संस्थागत, औद्योगिक या वाणिज्यिक भूखंड रखने वाले उपभोक्ताओं से मासिक शुल्क 150 रुपये से 72,757 रुपये तक होगा. इसी तरह, 1,000 वर्ग मीटर से 10 एकड़ तक के ग्रुप हाउसिंग प्लॉट के मालिकों को 7,500 रुपये से 1,79,748 रुपये के बीच मासिक शुल्क का अनुभव होगा.
इसके अलावा अथॉरिटी ने 30 सितंबर, 2024 को खत्म होने वाले अगले छह महीनों के अंदर अपने सालाना पानी के बिलों का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 5 प्रतिशत की छूट की शुरुआत की है. वहीं, जो इसका पालन नहीं करते हैं उनपर 11 रुपये तक का ब्याज लगाया जाएगा.
रोज 210 मिलियन लीटर पीने के पानी की आपूर्ति के बावजूद, सेक्टर अल्फा 1, बीटा 1 और बीटा 2 सहित कुछ क्षेत्रों ने पानी की गुणवत्ता और आपूर्ति के मुद्दों बने हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, वहां के निवासियों की शिकायत थी कि खराब पानी, जंग लगे पानी के पाइपों में बार-बार फटने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं. First Updated : Thursday, 21 March 2024