'हमारे पास जहर के पुख्ता सबूत हैं; बड़े अपराधी को बचाने के लिए रास्ते से हटाया'

Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की मौत के उनके भाई अफजाल अंसारी का बयान सामने आया है. अफजाल अंसारी ने गंभीर आरोप लगाया है कि मुख्तार को जहर देकर मारा गया है.

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Edited By: JBT Desk

Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके भाई अफ़ज़ाल अंसारी का बयान सामने आया है. जिसमें अफजाल अंसारी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि मुख्तार को जहर देकर मारा गया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पुख्ता सबूत है कि उन्हें जहर देकर मारा गया है. जब वो बीमार थे तो उनका इलाज नहीं कराया गया और धीरे- धीरे धीमा दहर देकर उन्हें मार दिया गया. साथ ही उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा प्रशासन ने सिर्फ इलाज के लिए नाटक किया और सही वक्त में उनका इलाज नहीं किया गया

 उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई अफ़ज़ाल अंसारी  ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मुख्तार अंसारी को मार दिया गया है और रास्ते से हटा दिया गया है. समय आने पर हम इस बात का पुख्ता सबूत देंगे कि उन्हें जहर देकर मारा गया था. बचाने के लिए" कुछ अपराधियों ने, पूरी सरकार और उसकी मशीनरी ने बहुत बड़ी साजिश रची है, उन्हें शर्म नहीं आती. 26 मार्च को मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज भेजा गया था.

अधीक्षक ने कहा कि इसलिए भेजा गया है. डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि सुबह 3 बजे हमें मैसेज मिला कि मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर है. जब हम अस्पताल पहुंचे तो बड़ी मुश्किल से सिर्फ 5 मिनट के लिए मिलने दिया गया. इस 5 मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें जहर दिया गया था और इस वजह से वह बेहोश हो गए थे. उन्होंने कहा कि वे बेहद दर्द में थे. अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि वह बेहोश हो गए थे और उन्हें उसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि ''मुख्तार अंसारी की हत्या कर दी गई है और उन्हें रास्ते से हटा दिया गया है. समय आने पर हम इस बात का पुख्ता सबूत देंगे कि उन्हें जहर देकर मारा गया है. कुछ अपराधियों को बचाने के लिए पूरी सरकार और उसकी मशीनरी ने बहुत बड़ी साजिश रची है. उन्हें कोई शर्म नहीं है. 26 मार्च को मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज भेजा गया था.

मुख्तार अंसारी का जेल से लेकर मौत तक का किस्सा

साल 2005 में मऊ में हुए दंगों के दौरान मुख्तार अंसारी आरोपी बना और तभी से जेल में बंद था. फिलहाल वो बांदा में जेल में बंद था. जहां बीते 28 मार्च की शाम को उनकी अचानक से तबीयत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया इस दौरान डॉक्टरों की कई टीम ने उनको बचाने का प्रयाश किया लेकिन उन्हें बचा नहीं पाई. बताया जा रहा है दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद शुक्रवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा हुआ और इस दौरान 29 मार्च की देर रात को मुख्तार के शव को गाजीपुर पहुंचाया गया. जहां शनिवार 30 मार्च को कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया. 

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30 March 2024, 03:58 PM IST

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