अष्टमी पर व्रत खोलने पहुंचे थे ढाबे, वेज खाने में मिली हड्डियां, भड़का परिवार
चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर स्थित प्रसिद्ध सेठी ढाबा एक विवाद का केंद्र बन गया जब अष्टमी के दिन व्रत खोलने आए एक परिवार ने अपने वेज ऑर्डर में चिकन की हड्डियां मिलने का आरोप लगाया. जीरकपुर निवासी अमरदीप और कनिका ने ढाबे में शुद्ध शाकाहारी भोजन ऑर्डर किया था, लेकिन खाने में हड्डियां मिलने से धार्मिक भावनाएं आहत हुई और माहौल गरमा गया. आइए पूरा मामला क्या है जानते हैं.

चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे पर स्थित जीरकपुर के मशहूर सेठी ढाबा में शनिवार की रात उस वक्त हंगामा मच गया जब एक परिवार ने अपने वेज ऑर्डर में हड्डियां मिलने का दावा किया. यह परिवार अष्टमी के दिन व्रत खोलने के लिए विशेष रूप से ढाबे पर भोजन करने पहुंचा था, लेकिन थाली में कुछ ऐसा निकला जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो गई और पूरा माहौल गरमा गया.
परिवार का कहना है कि उन्होंने शुद्ध शाकाहारी भोजन ऑर्डर किया था, लेकिन खाने में चिकन की हड्डियां निकलने से वे स्तब्ध रह गए. घटना के बाद परिवार ने ढाबे के मालिक और स्टाफ से सवाल किए, जिसके जवाब ने मामले को और तूल दे दिया. अब यह परिवार इस मामले को खाद्य विभाग तक ले जाने की बात कर रहा है.
सेठी ढाबा में व्रत के बाद भोजन बना विवाद की वजह
जीरकपुर वीआईपी रोड निवासी अमरदीप और कनिका अपने परिजनों के साथ अष्टमी पर व्रत खोलने के लिए शनिवार रात सेठी ढाबा पहुंचे थे. परिवार का कहना है कि उन्होंने केवल शाकाहारी खाना ऑर्डर किया था, लेकिन जब उन्होंने खाना शुरू किया तो उसमें से चिकन की हड्डियां निकल आईं. यह देखकर परिवार के होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत ढाबा स्टाफ से शिकायत की.
ढाबा मालिक के बेटे का अजीब दावा
जब इस संबंध में ढाबा मालिक के बेटे वंश सेठी से बात की गई तो पहले उन्होंने दावा किया कि "ये हड्डियां सब्जियों की हैं, चिकन की नहीं." जब परिवार इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ, तब उन्होंने गलती स्वीकार करते हुए कहा कि "यह किचन स्टाफ की लापरवाही है और हम इसके लिए माफी मांगते हैं."
'ढाबे की बदनामी करने की साजिश'
ढाबा मालिक सोनू सेठी ने फोन पर बात करते हुए कहा, “यह पूरी घटना एक साजिश लगती है. कोई जानबूझकर हमारे ढाबे की छवि खराब करना चाहता है. हम इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और अगर किसी कर्मचारी की गलती है तो उस पर कार्रवाई होगी.”
धार्मिक भावनाओं को पहुंची ठेस
अमरदीप और कनिका ने बताया कि वे पूरे आठ दिनों से नवरात्रि का व्रत कर रहे थे और इस दिन व्रत तोड़ने के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की थी. “इस घटना ने हमारे विश्वास को झकझोर दिया है,” उन्होंने कहा. परिवार अब इस मामले की शिकायत खाद्य सुरक्षा विभाग में दर्ज कराने जा रहा है ताकि आगे इस तरह की घटनाएं न हों.
ढाबे ने मांगी माफी, पर भरोसा टूटा
हालांकि ढाबा संचालकों ने अपनी गलती मानी और माफी भी मांगी, लेकिन परिवार का कहना है कि “सिर्फ माफी से बात नहीं बनेगी, इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.” वहीं, ढाबा प्रशासन ने अपने रसोई कर्मचारियों की लापरवाही को स्वीकार करते हुए कहा है कि वे जांच कर रहे हैं. चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे के फेमस सेठी ढाबा में इस तरह की घटना से न सिर्फ एक परिवार की धार्मिक भावनाएं आहत हुई, बल्कि ढाबे की साख भी सवालों के घेरे में आ गई है. यह मामला अब प्रशासन के पास पहुंचता है या नहीं, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है.