हाल ही में हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की है, आरोप लगाया है कि SEBI चेयरपर्सन के पास अडानी ग्रुप की एक कंपनी हिस्सेदारी हैं. उन पर घोटाले में शामिल होने का भी आरोप है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी वजह से सेबी ने अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है.
अब सेबी चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति ने उन पर लगे तमाम आरोपों को खारिज करते हुए सफाई दे दी है. अडानी ग्रुप की तरफ से भी सफाई जारी की जा चुकी है, लेकिन एक बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर हिंडनबर्ग चीज क्या है और इसने ये अजीब सा नाम क्यों रखा है.